नवगछिया: मक्का व्यवसायी अरुण कुमार, जो मधेपुरा जिला के चौसा थाना क्षेत्र के मोरसंडा गांव के निवासी हैं, उनके साथ नवगछिया में एक बड़ी साइबर ठगी की घटना घटित हुई। महज एटीएम कार्ड मशीन में फंस जाने के बाद उनके खाते से कुल एक लाख रुपये की अवैध निकासी कर ली गई। पीड़ित ने नवगछिया साइबर थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए न्याय की गुहार लगाई है।

घटना 24 मई की है, जब अरुण कुमार अपने किसी कार्य से नवगछिया आए थे। उन्होंने जीरोमाइल स्थित बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम से 50,000 रुपये निकालने की कोशिश की, लेकिन मशीन से न तो रुपये निकले और न ही उनका कार्ड वापस आया। कार्ड मशीन में फंस गया। परेशानी में फंसे अरुण ने एटीएम पर चिपके एक मोबाइल नंबर 7260884759 पर कॉल किया। फोन उठाने वाले व्यक्ति ने खुद को गार्ड बताया और कहा कि वह स्टेट बैंक से कोई गार्ड लाएं, जो मशीन से कार्ड निकाल देगा। जब अरुण ने चिंता जताई कि कहीं कार्ड चोरी न हो जाए, तो गार्ड ने कहा कि वह लाइव कैमरा से सब देख रहा है, कुछ नहीं होगा।

अरुण कुमार की मानें तो वह असमंजस में पड़कर कुछ दूरी पर चला गया, इसी दौरान उसके खाते से 50,000 रुपये की निकासी हो गई। उन्हें यह तब पता चला जब उन्होंने अगले दिन अपने खाते की जांच की। इसके बाद 25 मई को भी उनके खाते से पुनः 50,000 रुपये की निकासी की गई। इस प्रकार कुल एक लाख रुपये की ठगी का शिकार हो गए।

अरुण कुमार ने तुरंत साइबर थाना में घटना की शिकायत की। उन्होंने आशंका जताई है कि एटीएम मशीन में पहले से साइबर अपराधियों द्वारा कोई तकनीकी छेड़छाड़ की गई थी और वह गिरोह इस प्रकार की ठगी को अंजाम देता है। गार्ड का मोबाइल नंबर, उसकी बातचीत का तरीका और घटनाक्रम यह दर्शाता है कि यह पूरी तरह से एक सुनियोजित साइबर अपराध है।

इस घटना ने नवगछिया में बैंकिंग सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आए दिन एटीएम से संबंधित ठगी के मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन अब तक ऐसी घटनाओं पर लगाम नहीं लग पाई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बैंक और पुलिस को मिलकर एटीएम पर निगरानी बढ़ानी चाहिए और फर्जी गार्ड या सूचना चिपकाने वालों पर सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए।

साइबर थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत प्राप्त हुई है और पूरे मामले की जांच की जा रही है। एटीएम के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और गार्ड के मोबाइल नंबर की भी तकनीकी जांच की जा रही है।

इस घटना से आमजन को सतर्क रहने की आवश्यकता है। एटीएम में कार्ड फंसने या कोई अन्य तकनीकी समस्या आने पर कभी भी किसी अनजान नंबर पर कॉल न करें, बल्कि सीधे बैंक के अधिकृत हेल्पलाइन या ब्रांच से संपर्क करें। अन्यथा इस प्रकार की ठगी से बचना मुश्किल हो सकता है।

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