बिहार की राजनीति एक बार फिर तेज प्रताप यादव के निजी जीवन को लेकर गरमा गई है। आरजेडी नेता और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक भावुक पोस्ट के जरिए अनुष्का यादव नाम की युवती के साथ अपने रिश्ते का खुलासा किया। उन्होंने एक फोटो साझा करते हुए लिखा कि वे पिछले 12 वर्षों से अनुष्का को जानते हैं और दोनों एक-दूसरे से प्यार करते हैं। यह पोस्ट उन्होंने 6:22 बजे साझा किया, लेकिन महज 16 मिनट बाद हटा लिया। फिर 10 मिनट बाद, यानी 6:32 बजे, उन्होंने वही पोस्ट दोबारा साझा किया।
तेज प्रताप की इस पोस्ट के बाद बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है। खासकर तब जब यह मामला उनके वैवाहिक जीवन से जुड़ा विवादित पहलू भी उजागर करता है। तेज प्रताप यादव की शादी 12 मई 2018 को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा प्रसाद राय की पोती और पूर्व मंत्री चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय से हुई थी। यह शादी बेहद भव्य तरीके से पटना में संपन्न हुई थी, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई दिग्गज नेता शामिल हुए थे।
हालांकि, शादी के कुछ ही महीनों बाद तेज प्रताप और ऐश्वर्या के रिश्ते में दरार आ गई। ऐश्वर्या राय ने मीडिया के सामने आकर आरोप लगाया कि उनके साथ राबड़ी देवी के आवास पर मारपीट और मानसिक उत्पीड़न किया गया। यह मामला तब और गंभीर हो गया जब ऐश्वर्या ने तलाक की याचिका दायर की और मामला अब तक पटना के फैमिली कोर्ट में लंबित है।
इसी बीच, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने तेज प्रताप यादव पर सीधा हमला बोला। उन्होंने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर लिखा, “दरोगा बाबू की पोती ऐश्वर्या के साथ जो लालू परिवार ने किया है, उसका बदला आने वाले चुनाव में बिहार की हर महिला लेकर रहेगी। तेज प्रताप जब किसी और के साथ रिश्ते में थे, तो फिर किसी लड़की की जिंदगी बर्बाद करने का अधिकार लालू परिवार को किसने दिया?”
मांझी ने आगे एक और गंभीर आरोप लगाया, “कहीं ऐसा तो नहीं है कि किसी ‘सिन्हा’ के चक्कर में लालू परिवार अनुष्का यादव की जिंदगी भी बर्बाद करवा दे? इसका जवाब लालू परिवार को देश के सामने देना होगा।”
मांझी का इशारा किस ‘सिन्हा’ की ओर है, यह स्पष्ट नहीं है, लेकिन उनके बयान से यह साफ है कि तेज प्रताप का निजी जीवन अब सियासी बहस का बड़ा मुद्दा बन गया है। तेज प्रताप की अनुष्का यादव से शादी को लेकर कानूनी अड़चनें साफ हैं, क्योंकि उनका तलाक अभी तक नहीं हुआ है।
राजनीति और निजी जीवन के इस टकराव ने न केवल आरजेडी को असहज कर दिया है बल्कि विपक्ष को एक नया मुद्दा दे दिया है। अब देखना होगा कि लालू परिवार और खुद तेज प्रताप यादव इस मुद्दे पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं, और क्या यह मामला आने वाले विधानसभा या लोकसभा चुनाव में चुनावी मुद्दा बनेगा।