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**भागलपुर | 28 मई 2025** — राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (NSO) की स्थापना के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में बुधवार को भागलपुर के लाजपत पार्क में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियान और सांख्यिकीय कार्यों को लेकर जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आम जनमानस को सांख्यिकीय कार्यों के महत्व से अवगत कराना और उनके सहयोग से डाटा संकलन प्रक्रिया को अधिक प्रभावी बनाना था।

कार्यक्रम की शुरुआत वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी एवं कार्यालय प्रभारी श्री **राजीव कुमार झा** के नेतृत्व में वृक्षारोपण से हुई। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों और आम नागरिकों के साथ मिलकर लाजपत पार्क में विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए। इसके बाद सभी ने मिलकर पार्क की सफाई की और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया।

इस अवसर पर श्री झा ने कहा, “राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय 1950 से ही देश में गरीबी, बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य सामाजिक-आर्थिक मुद्दों पर आंकड़े संकलित कर रहा है। यह आंकड़े सरकार को नीतियां बनाने और योजनाएं लागू करने में सहायता प्रदान करते हैं।” उन्होंने लोगों से अपील की कि वे कार्यालय द्वारा किए जाने वाले सर्वेक्षण कार्यों में न सिर्फ सहयोग करें, बल्कि दूसरों को भी इसके प्रति जागरूक करें।

कार्यक्रम में उपस्थित **वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी श्री रंजीत कुमार**, अन्य विभागीय कर्मचारी, स्थानीय वार्ड संख्या 20 के **वार्ड पार्षद श्री शांडिल्य नन्दिकेश** तथा बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों ने भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया। अधिकारियों ने नागरिकों को बताया कि सांख्यिकी कार्यालय के सर्वेक्षण विश्वसनीय और गोपनीय होते हैं और इनमें भाग लेना प्रत्येक जागरूक नागरिक का उत्तरदायित्व है।

कार्यक्रम के दौरान एक छोटी संगोष्ठी भी आयोजित की गई, जिसमें सांख्यिकी के क्षेत्र में कार्यालय की उपलब्धियों और भूमिका पर प्रकाश डाला गया। वक्ताओं ने बताया कि कैसे सही और सटीक आंकड़े एक देश की योजनाओं की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। साथ ही, बताया गया कि NSO द्वारा नियमित रूप से किए जाने वाले उपभोक्ता व्यय सर्वेक्षण, श्रम बल सर्वेक्षण और स्वास्थ्य से संबंधित सर्वेक्षण नीति निर्धारण के लिए आधार तैयार करते हैं।

कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें सभी प्रतिभागियों को उनके समय और प्रयासों के लिए सराहना दी गई। स्थानीय लोगों ने भी कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से न केवल पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलती है, बल्कि लोगों में सरकारी कार्यों के प्रति विश्वास और सहभागिता की भावना भी बढ़ती है।

कार्यक्रम न सिर्फ राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय की 75 वर्षों की यात्रा को सम्मान देने का माध्यम बना, बल्कि एक सामाजिक संदेश भी छोड़ गया—कि बेहतर नीतियों के निर्माण के लिए विश्वसनीय आंकड़ों और जागरूक नागरिकों की अहम भूमिका होती है। इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता जैसे मुद्दों को भी आगे बढ़ाने का सार्थक प्रयास इस आयोजन के माध्यम से हुआ।

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