भारतीय मौसम विभाग (IMD) द्वारा जारी ताज़ा पूर्वानुमान के अनुसार, बिहार के चार प्रमुख जिलों – भागलपुर, जमुई, लखीसराय और मुंगेर – में अगले तीन घंटों के भीतर कई स्थानों पर मध्यम स्तर की गरज-बारिश होने की संभावना जताई गई है। इस मौसम बदलाव के साथ सतही हवाएं चलने की भी चेतावनी दी गई है, जो क्षेत्रीय मौसम को और प्रभावित कर सकती हैं।
क्या है मौसम विभाग का पूर्वानुमान?
मौसम विभाग के अनुसार, इन जिलों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ गरज और चमक के साथ बारिश की स्थिति बन रही है। यह स्थिति एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी युक्त हवाओं के कारण उत्पन्न हुई है। अनुमान के अनुसार, तेज़ सतही हवाएं 30-40 किमी प्रति घंटा की गति से चल सकती हैं, जिससे किसानों और आम नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
किन क्षेत्रों में सबसे अधिक असर?
भागलपुर और मुंगेर जिलों के कुछ मैदानी इलाकों और नदी तटीय क्षेत्रों में अधिक प्रभाव की संभावना है। वहीं जमुई और लखीसराय के ऊंचाई वाले इलाकों और ग्रामीण क्षेत्रों में गरज और चमक के साथ तेज़ बारिश हो सकती है। इस दौरान बिजली गिरने की भी संभावना से इनकार नहीं किया गया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में सावधानी बरतने की ज़रूरत है।
किसानों के लिए चेतावनी
यह मौसम परिवर्तन रबी फसलों की कटाई के समय पर आया है, जो कि किसानों के लिए चिंता का विषय हो सकता है। बारिश और हवा के कारण खड़ी फसलें प्रभावित हो सकती हैं। मौसम विभाग ने सलाह दी है कि किसान अपनी फसलों को सुरक्षित स्थानों पर रखें और अनावश्यक खेतों में न जाएं।
आम नागरिकों के लिए सुझाव
- खुले स्थानों से बचें, विशेषकर बिजली गिरने के समय।
- यात्रा से पहले मौसम अपडेट लें।
- मोटरबाइकों और खुले वाहनों में सफर करने से बचें।
- बच्चों और बुजुर्गों को घर में ही सुरक्षित रखें।
- स्थानीय प्रशासन की चेतावनियों का पालन करें।
निष्कर्ष
भागलपुर, जमुई, लखीसराय और मुंगेर के नागरिकों को आने वाले तीन घंटों में मौसम परिवर्तन को लेकर सतर्क रहने की आवश्यकता है। गरज के साथ बारिश और तेज़ हवाओं का यह दौर अल्पकालिक हो सकता है, लेकिन इसका स्थानीय जीवन और खेती-बाड़ी पर असर पड़ सकता है। ऐसे में सतर्कता और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन ही सुरक्षित विकल्प है।
(स्रोत: भारतीय मौसम विभाग)