छठ घाटों की हालत का जायजा लेने जिलाधिकारी को बाहर निकलना चाहिए : किशोर कुमार।
लोक आस्था का महापर्व छठ-पूजा के तैयारी का जायज़ा लेने के लिए आज नगर के गांधी पथ,मसोमात पोखर, शंकर चौक, पुलिस लाइन, सपटीयाही रामफल साह टोला, नया बाज़ार फूल सिंह टोला आदि जगह अवस्थित पोखर पर गया। घाटों की बदतर स्थिति को ठीक करने के लिए स्थानीय लोग घाट की सफ़ाई, घाट के निर्माण, गंदे पानी में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव, चुना का छिड़काव, लाईटिंग की व्यवस्था, टेंट समियाने की व्यवस्था अपने संसाधनों से पूरा करने में दिनरात लगे हुए हैं।
नगर कार्यपालक पदाधिकारी पानी निकासी में असमर्थ
उन्होंने कहा मुझे बहुत दुःख हुआ कि नगर परिषद घाटों की सफाई एवं बिजली आदि की व्यवस्था करने में फिसड्डी रहा है। गांधी पथ पोखर में अत्यधिक पानी रहने के कारण व्रतियों को बहुत परेशानी होगी। अनुमंडल पदाधिकारी से आग्रह किया की मोटर से पानी की निकासी करवाया जाए। उन्होंने प्रयास करने का आश्वासन दिया। नगर कार्यपालक पदाधिकारी से जब पानी निकासी की व्यवस्था करने का आग्रह किया, उन्होंने कहा यह संभव नहीं है।
बेरिकेटिंग करवा दिये हैं। इसके बाद मैने जिलाधिकारी से आग्रह किया।सतपोखरया गया तो वहां इतने बड़े क्षेत्र में चार महिला और 4पुरूष नगर परिषद के कर्मचारी सफाई का प्रयास कर रहे थे जो ऊंट के मुंह मे जीरा के समान था।अत्यधिक् मेहनत करने वाले सफ़ाईकर्मी को मैंने स्थानीय लोगों साथ माला पहनाकर सम्मानित किया।
नगर परिषद के अकर्मण्य पदाधिकारियों के कारण छठ घाटों की सही व्यवस्था नहीं हुई है। इससे छठ व्रतियों को बहुत दिक्कत होने वाली है। लेकिन जब छठ पर्व को दो दिन बचा है तो जिलाधिकारी को स्वयं बाहर निकलकर निरीक्षण करना चाहिए और व्यवस्था को सही करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य करवाना चाहिए। छठ महापर्व बिहार के आस्था एवं सांस्कृतिक एकीकरण का प्रतीक है।
मौके पर सूरज राय, विनय यादव, प्रशांत सिंह, रामशंकर भगत, हनुमान चौधरी, प्रो० मनोज साह, आशु जी, संतोष पोद्दार उर्फ मुंगेरी, गोविंद साह, दिलीप गुप्ता, रौशन गांधी, दीपक पोद्दार, अमन सिंह मौजूद थे