भागलपुर में बाढ़ का असर कम होने के बावजूद गांव से विस्थापित हजारों बाढ़ पीड़ितों की समस्याएं कम नहीं हो रही हैं. शहर के हवाई अड्डे में शरण लिये नारायणपुर प्रखंड के शहजादपुर, अमरी व विशनपुर गांव के 200 से अधिक परिवार खाना और पानी के लिए तरस रहे हैं.
भागलपुर: जिले में बाढ़ का असर कम होने के बावजूद गांव से विस्थापित हजारों बाढ़ पीड़ितों की समस्याएं कम नहीं हो रही हैं. शहर के हवाई अड्डे में शरण लिये नारायणपुर प्रखंड के शहजादपुर, अमरी व विशनपुर गांव के 200 से अधिक परिवार खाना और पानी के लिए तरस रहे हैं. जिला प्रशासन से बीते वर्ष की तरह इस बार भोजन की व्यवस्था नहीं की है.
मवेशियों के लिए चारा का अभाव
बाढ़ के बाद से प्रभावित इलाके में मवेशियो के लिए चारा का भी अभाव हो गया है. पीड़ितों के मुताबिक सरकार से मवेशियों के लिए चारा भी उपलब्ध नहीं कराया गया है. हवाई अड्डे में बाढ़ पीड़ितों के साथ 400 से अधिक मवेशी रह रहे हैं. यहां रह रहे लोग बच्चों के लिए भोजन व मवेशियों के चारे की व्यवस्था इनकी दिनचर्या बन गयी है. बाढ़ पीड़ित विक्की ने बताया कि हवाई अड्डे में दो चापाकल लगे हैं. पानी काफी कम मात्रा में निकल रहा है. गर्मी में मवेशी प्यास से तड़पते रहते हैं. मवेशी को पानी पिलाने में हमारा पूरा दिन कट रहा है. नगर निगम ने यहां चलंत शौचालय लगाया है, लेकिन पानी की व्यवस्था नहीं है.
फॉगिंग मशीन का धुंआ देख खुशी से झूमे बच्चे
हवाई अड्डे में बाढ़ पीड़ितों को मच्छर से बचाव के लिए मंगलवार शाम को नगर निगम से फाॅगिंग कराया गया. बाढ़ पीड़ित सैकड़ों बच्चे मशीन से निकल रहे धुंए के गुबार को देख रोमांचित हो उठे. बच्चों का झुंड मशीन के पीछे भागते रहे. बच्चों को यह पता नहीं थी कि फॉगिंग मशीन से निकल रहा धुंआ उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है. बच्चे जान बूझकर धुएं के गुबार के बीच उछलकूद मचाते रहे.