नाथनगर (भागलपुर): बाल विकास परियोजना नाथनगर अंतर्गत “पोषण भी पढ़ाई भी” कार्यक्रम के दूसरे बैच का प्रशिक्षण शनिवार को बाल विकास परियोजना पदाधिकारी पिंकी कुमारी की अध्यक्षता में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह प्रशिक्षण नई शिक्षा नीति के अनुरूप बच्चों के समग्र विकास—पोषण, शिक्षा, देखभाल, मानसिक एवं शारीरिक विकास—को लेकर केंद्रित था।
प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य आंगनबाड़ी सेविकाओं को बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा के साथ-साथ उनके पोषण स्तर को बेहतर बनाने के लिए सशक्त करना था। कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों की पहचान कर उन्हें रेफरल अस्पताल में नामांकन कराने, तीन वर्ष तक के बच्चों के लिए प्रारंभिक उत्प्रेरक गतिविधियों को अपनाने, तथा पालन-पोषण के महत्व को समझाने पर विशेष बल दिया गया।
इस अवसर पर महिला पर्यवेक्षिका निभा कुमारी, निवेदिता भारती, पुष्पांजलि कुमारी एवं कार्यपालक सहायक सूरज अवस्थी ने सेविकाओं को व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया। उन्होंने सेविकाओं को बच्चों के साथ संवाद कौशल, पोषणयुक्त आहार योजनाएं, अभिभावकों को जागरूक करने की विधियां, और बाल विकास से जुड़ी सरकारी योजनाओं की जानकारी दी।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान सेविकाओं के लिए समुचित बैठने, पेयजल और प्रशिक्षण सामग्री की पूरी व्यवस्था की गई थी। सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और प्रशिक्षण के अंत में अपनी उपस्थिति भी दर्ज कराई।
कार्यक्रम के समापन पर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी पिंकी कुमारी ने सभी सेविकाओं की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी पहल बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने सेविकाओं से आह्वान किया कि वे इस प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान को अपने कार्यक्षेत्र में अपनाएं ताकि जमीनी स्तर पर सकारात्मक बदलाव सुनिश्चित हो सके।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के जरिए यह स्पष्ट हुआ कि सरकार बच्चों के सर्वांगीण विकास को लेकर गंभीर है और आंगनबाड़ी सेविकाएं इस प्रयास की मजबूत कड़ी हैं।
