स्टार कास्ट: जाह्नवी कपूर, सनी कौशल, मनोज पाहवा, संजय सूरी, हसलीन कौर, राजेश जैस, अनुराग अरोरा आदि
डायरेक्टर : मुथुकुट्टी जेवियर
स्टार रेटिंग : 2.5

गुंजन सक्सेना, रूही, गुडलक जेरी और अब मिली, इन फिल्मों की कहानी बताती है कि लगातार जाह्नवी कपूर ऐसी मूवीज में काम कर रही हैं, जिनमें मूवी पूरी तरह इनके किरदार पर फोकस हो. ऐसे में हीरो के लिए ज्यादा कुछ बचता नहीं है, इसका एक फायदा तो ये हैं कि उनके लिए अपनी एक्टिंग को भरपूर दिखाने का मौका मिलता है, लेकिन साइड इफेक्ट ये है कि मूवी अगर नहीं चली तो सारा ठीकरा भी उनके सर ही आना है. इस बार भी उन्होंने ‘मिली’ में एक जबरदस्त सी भूमिका निभाने को मिली है, लेकिन ऐसे में जबकि सिनेमा हॉल्स ऋतिक और आमिर जैसे स्टार्स की फिल्मों के लिए दर्शक ढूंढ रहे हैं, जाह्नवी के नाम पर वो सिनेमा हॉल्स का रुख करेंगे, ये थोड़ा मुश्किल लगता है.

हिंदी रीमेक है ‘मिली’
बहुत से लोगों को लगा होगा कि इस फिल्म का जया बच्चन वाली मूवी ‘मिली’ से कोई लेना देना है, वो लोग जान लें कि 2019 में मुथुकुट्टी जेवियर को जिस मलयालम मूवी हेलन’ के लिए बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर का नेशनल अवार्ड मिला था, मिली उसी की हिंदी रीमेक है और इसलिए हिंदी रीमेक में भी उन्हें ही डायरेक्टर रखा गया है.

फ्रीजर से बाहर निकलने की जंग है मिली
मिली कहानी है मिली (जाह्नवी कपूर) की, जो देहरादून में बीएससी नर्सिंग कोर्स करने के बाद जॉब के लिए कनाडा जाने की तैयारी कर रही है, साथ में एक रेस्टोरेंट में जॉब भी कर रही है. उसके पिता निरंजन (मनोज पाहवा) एक इंश्योरेंस एजेंट हैं और नहीं चाहते कि बेटी कनाडा जाए. उन्हें मिली का ब्वॉयफ्रेंड समीर (सनी कौशल) भी जिस तरह पहली बार थाने में मिला, पसंद नहीं आता.

अचानक एक रात को रेस्टोरेंट से निकलते वक्त उसका मैनेजर गलती से उस फ्रीजर रूम को बंद करके चला जाता है, जिसमें किसी काम से मिली गई थी. लॉक करके वो घर चला जाता है. उसके बाद के रोमांचकारी 5 घंटों की कहानी है मिली. बाहर क्या हो रहा है और अंदर कैसे वो ठंड से जूझते हुए माइनस 17 डिग्री पर बाहर निकलने की जंग लड़ती है, यही दिखाया है इस मूवी में.

जाह्नवी ने किरदार में डाली जान
इस मूवी के साथ समस्या बस यही है कि कहानी को एक लाइन में समेटा जा सकता है, जबकि ओरिजनल मूवी में मुस्लिम, क्रिश्चियन वाला एंगल भी डाला गया था, यहां केवल एक सीन में उसे जातिवाद की तरफ इशारा करके निपटा दिया गया है. हां, तारीफ आप किरदार गढ़ने को लेकर और उनके सही चुनाव को लेकर कर सकते हैं. स्टोर मैनेजर, दरोगा और पिता के रोल में तीनों ही अभिनेता एक से बढ़कर एक हैं. हालांकि सनी कौशल के हिस्से में ज्यादा कुछ नहीं है. लेकिन जाह्नवी, मनोज पाहवा, अनुराग अरोरा आदि ने अपने किरदारों में जान डाल दी है.

जिन लोगों ने 2019 में ही आई तमिल मूवी ‘आदाई’ देखी है, तो मिली उन्हें फीकी लगेगी. अमला पॉल ने उसमें एक प्रैंक करने वाली एक रिपोर्टर का रोल किया है, जिसके चलते एक लड़की की यूपीएससी की परीक्षा छूट जाती है, वो उसे उसी के ऑफिस की उसी रात खाली हुई बिल्डिंग में बेहोश करके बिना कपड़ों और बिना फोन के छोड़ देती है. बिना कपड़ों के पूरी बिल्डिंग में अकेली लड़की और तन ढकने के लिए कपड़ा तो दूर कागज तक नहीं. 

रोमांचक है फिल्म
ऐसे में मिली जब ओटीटी पर रिलीज होगी तो परिवार के परिवार इसे साथ बैठकर देखेंगे क्योंकि आम दर्शक के लिए उसमें पल पल के सस्पेंस का रोमांच काफी है. हालांकि कई बार लगता है कि जो ये अब कर रही है, शुरू में क्यों नहीं किया. गीत इस मूवी में जावेद अख्तर ने लिखे हैं, शीर्षक गीत का म्यूजिक और बैकग्राउंड म्यूजिक ए आर रहमान ने दिया है. लेकिन नोटिस में आने लायक नहीं हैं. हालांकि फिल्म भले ही सिनेमा हॉल्स में इतने दर्शक न खींच पाए, लेकिन माना जा रहा है कि कम बजट होने के चलते बोनी कपूर ओटीटी आदि से लागत तो निकाल ही सकते हैं.

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