राज्य के विभिन्न खेल मैदानों को डिजिटल मैपिंग के माध्यम से तैयार किया जायेगा। इसके लिए प्रक्रिया की शुरुआत कर दी गई है। उम्मीद है इस वर्ष के नवंबर में इसपर काम शुरू हो जायेगा।

बिहार राज्य खेल प्राधिकरण ने निर्णय लिया है कि राज्यभर के खेल मैदानों को चिह्नित किया जायेगा। ये मैदान स्कूल या स्कूल के बाहर के भी हो सकते हैं। इन मैदानों को वहां की आवश्यकता और आकार के अनुसार खास खेलों के लिए तैयार किया जायेगा। इसमें फिलहाल 15 खेलों के लिए प्राथमिकता के तौर पर मैदान तैयार किए जाएंगे। इन खेलों में फुटबॉल, भारोत्तोलन, एथलेटिक्स, रग्बी, कबड्डी, वॉलीबॉल, तीरंदाजी, निशानेबाजी, हॉकी आदि शामिल हैं।

सैटेलाइट की ली जाएगी मदद

राज्य भर में खेल के मैदानों को डिजिटल मैपिंग के लिए सैटेलाइट का सहारा लिया जायेगा। बिहार राज्य खेल प्राधिकरण द्वारा हायर किए जाने वाली एजेंसी इसके लिए काम करेगी। वह मैदानों के आकार, जगह और उपयोगिता के अनुसार चिह्नित कर तय करेगा कि किस खेल के लिए किस मैदान को तैयार किया जाये।

कम खर्च में अच्छी क्वालिटी मिलेगी

बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रविन्द्रन संकरण ने बताया कि इन मैदानों को ‘लो कॉस्ट स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर’ के कान्सेप्ट पर तैयार किया जाएगा। इनमें मैदान के चारों ओर एक घेरा करके और आवश्यकतानुसार सुविधाएं दी जायेंगी। इसमें कोई दर्शक दीर्घा आदि के लिये कोई फीजूलखर्ची नहीं किया जायेगा। राज्य भर में अभी हजारों छोटे-बड़े मैदान हैं जिनमें से कईयों को चयनित कर तैयार किया जायेगा।

ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में तैयार होंगे खिलाड़ी

ये मैदान ग्रामीण और शहरी क्षेत्र दोनों में तैयार किये जायेंगे ताकि शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभा को भी उभरने का मौका मिले। अभी तक गांव में प्रतिभा रहते हुये भी खिलाड़ियों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही थीं। जिनके कारण वे आगे नहीं बढ़ पा रहे थे। इन मैदानों के हो जाने से वे अपनी रूचि के खेलों में अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगे।

राज्यभर में मैदानों को चयनित कर उन्हें तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बिहार में पहली बार डिजिटल मैपिंग से ये मैदान चिह्नित कर तैयार किये जायेंगे। नवंबर से इसमें काम शुरू हो जायेगा। जल्द ही सूबे के हर क्षेत्र से खिलाड़ियों को उभरने का मौका उनके घर के पास ही मिलेगा। अच्छे प्रदर्शन के बाद उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की भी सुविधाएं दी जा सकती हैं।

रविन्द्रन संकरण, महानिदेशक, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण

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