स्मार्ट मीटर लगने में देरी होने से 3700 उपभोक्ताओं के मीटर का फिर से रीडिंग लिया जाएगा। क्योंकि तिलकामांझी सेक्शन में स्मार्ट मीटर लगाने के लिए 3700 उपभोक्ताओं के नाम से मीटर अलॉट तो कर दिया गया था, लेकिन तकनीकी कारणों ने इन उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर नहीं लग सका।
नियमानुसार जिनके घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगना होता है उसका कंज्यूमर नंबर संबंधित एजेंसी को अलॉट करने के साथ ही उसके मीटर की रीडिंग बंद कर दी जाती है।
हालांकि इन उपभोक्ताओं के घरों में भी स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे लेकिन पिछले दो महीने की रीडिंग होने के बाद। तिलकामांझी विद्युत सबडिवीजन के सहायक विद्युत अभियंता प्रणव मिश्रा ने बताया कि ऐसे उपभोक्ता तिलकामांझी सेक्शन में आनंदगढ़ कॉलोनी, बरारी, जीरोमाइल, इलाके में हैं। जिनके यहां मीटर अलॉट हुआ लेकिन कुछ तकनीकी कारण की वजह से मीटर नहीं लगाया जा सका।
उनके यहां जितने दिनों का बिल रीडिंग है वह किया जाएगा। वहीं जीनस पावर लिमिटेड के प्रोजेक्ट मैनेजर विकास कुमार सिंह ने बताया कि ऐसे क्षेत्रों में 20 अप्रैल से स्मार्ट मीटर फिर से लगाने का काम शुरू होगा।
उपभोक्ता के नाम से स्मार्ट मीटर अलॉट होने के बाद बिजली कंपनी के साथ मजबूरी यह है कि अभी बिलिंग किया जाता तो कंज्यूमर भुगतान तो कर देगा लेकिन, जब कभी स्मार्ट मीटर लगेगा, तो रिचार्ज करने पर अलाउटमेंट की तारीख से बकाया बताकर बैलेंस काट लिया जाएगा। अब एक कंज्यूमर दोबारा बिल का भुगतान को स्वीकार करेगा नहीं।