देश में आजदी की जो लड़ाई हुई उसमें भाजपा का कहीं से कोई मतलब नहीं रहा। बापू को तो ये लोग भुलवाना चाह रहे हैं। ख़त्म कर देना चाह रहे हैं हर चीज़ को। इसलिए हमने सभी लोगों से बातचीत की और आज हमलोग साथ आए हैं। इसके बाद हमलोग का एक गठबंधन बना उसका नाम बन गया है। अभी तो काम अधिक नहीं हो रहा है। अभी पांच जगह चुनाव है तो कांग्रेस उससे अधिक रुचिकर है। अभी तो हमलोग कांग्रेस पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए कमा कर रहे थे लेकिन उनको चिंता है नहीं।कभी तो उनको कोई मतलब नहीं है।
नीतीश कुमार ने कहा कि -पांच राज्यों का चुनाव होने दीजिए उसके बाद विपक्षी गठबंधन की एक मीटिंग होगी कांग्रेस वाले खुद सबको बुलाएंगे। हम तो देश को एकजुट करने के लिए लगे हुए हैं और देश के इतिहास को जो यह बदलना चाहते हैं उसको जवाब देना चाहते हैं। इसके अलावा आज जो शासन में है उनसे मुक्ति देने के लिए साथ आने का काम कर रहे हैं।
नीतीश ने खुले शब्दों में सीपीआई की रैली में कांग्रेस को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इंडिया गठबंधन की चिंता नहीं है। वो 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में व्यस्त हैं। उनकी वजह से इंडिया गठबंधन का कामकाज प्रभावित हुआ है। अब आगे की बातें चुनाव के बाद ही बैठकर हम लोग तय करेंगे।
नीतीश कुमार ने कहा भाजपा वाला का तो आप जानते ही हैं कि आजकल हिंदू मुस्लिम में भी लड़ाई करवा रहे हैं। पहले बहुत घटना होती थी कितना हम कंट्रोल किया 2007 से बिहार में। इससे पहले हर दिन वो लोग करवा ही रहा था हिंदू- मुस्लिम वो तो हम आए तो इसको बंद करवाए और सबको एक जूट करवाए। आज सब अच्छा से चल रहा है। आज 95% लोग एक साथ है और कुछ लोग तो होते ही हैं गड़बड़ करने वाले तो उनको करने दिगिए आप एकसाथ रहिए।
इसके आलावा सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि- सीपीआई से हमारा रिश्ता बहुत पुराना है। हमलोग सोशलिस्ट हैं और वो कम्यूनिस्ट है। अब तो समय आ गया है सोशलिस्ट और कम्यूनिस्ट को एक होकर आगे चलना है। अब तो हम कहते हैं कि सीपीआई और सीपीएम को भी एक होना चाहिए। अब काहे के लिए आपलोग अलग है। आपलोग भी एक होइए। हम मजबूती के साथ आपके साथ हैं।