स्वच्छता पखवाड़ा के अवसर पर आज **जिलाधिकारी दीपेश कुमार** ने नगर के विभिन्न क्षेत्रों में पदाधिकारियों और स्थानीय नागरिकों के साथ मिलकर सड़क पर **झाड़ू लगाकर स्वच्छता का संदेश** दिया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे अपने घर, मोहल्ले और आसपास के सार्वजनिक स्थानों की सफाई में सक्रिय रूप से भाग लें और साल में कम से कम **100 घंटे श्रमदान** अवश्य करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि स्वच्छ और साफ-सुथरा वातावरण न केवल बीमारियों से बचाव करता है बल्कि समाज में सकारात्मक संदेश भी फैलाता है। उन्होंने विशेष रूप से **प्लास्टिक थैलियों के उपयोग से बचने** की सलाह दी। डीएम ने बताया कि अक्सर जानवर खाने की चाहत में प्लास्टिक थैली निगल लेते हैं, जिससे उनकी सेहत पर गंभीर असर पड़ता है और पशु जंतुओं को कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
डीएम दीपेश कुमार ने यह भी बताया कि सहरसा प्राकृतिक संसाधनों और हरियाली से भरपूर जिला है। यहां का पानी की गुणवत्ता अच्छी है और पर्यावरण अपेक्षाकृत स्वच्छ है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि स्वच्छता पर ध्यान नहीं दिया गया, तो आने वाले समय में लोग बड़ी समस्याओं का सामना कर सकते हैं। इसीलिए उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि वे अपने घरों, मोहल्लों और आसपास के क्षेत्रों की सफाई बनाए रखें, ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित हो सके।
जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि **स्वच्छता अभियान** केवल एक सरकारी पहल नहीं है बल्कि यह सभी नागरिकों की जिम्मेदारी है। उन्होंने अधिकारियों और नागरिकों को निर्देश दिया कि नियमित निरीक्षण और साफ-सफाई सुनिश्चित करने के लिए मिलकर प्रयास करें। उन्होंने कहा कि स्वच्छता का पालन करना हर व्यक्ति का कर्तव्य है और यह जिले की छवि को भी सुधारने में मदद करेगा।
स्थानीय नागरिकों और पदाधिकारियों ने इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों के अनुसार वे अपने घरों और मोहल्लों को स्वच्छ बनाए रखने में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। कई लोगों ने डीएम के साथ मिलकर झाड़ू लगाई और स्वच्छता बनाए रखने का संकल्प लिया।
जिलाधिकारी ने अंत में कहा कि स्वच्छता न केवल स्वास्थ्य के लिए जरूरी है बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण, पशु कल्याण और धार्मिक-सांस्कृतिक स्थलों की साफ-सफाई में भी योगदान देती है। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रशासन नियमित अभियान और निगरानी के माध्यम से स्वच्छता बनाए रखने में लगातार मदद करेगा।
इस अभियान के माध्यम से जिले में नागरिकों में **स्वच्छता के प्रति जागरूकता** बढ़ेगी और आने वाले समय में सहरसा को एक स्वच्छ, स्वस्थ और हरित जिला बनाने की दिशा में कदम और मजबूत होंगे।
