पटना: बिहार निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए पटना जिले के रूपसपुर थाना में तैनात सहायक अवर निरीक्षक (एएसआई) ब्रजेश कुमार को 22 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गुरुवार को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। ब्रजेश कुमार पर जब्त वाहन को छोड़ने के एवज में यह रिश्वत मांगने का आरोप है।

शिकायतकर्ता ने निगरानी ब्यूरो में की थी शिकायत
दानापुर थाना क्षेत्र के बीबीगंज गांव निवासी बासु कुमार ने 14 मई को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई थी। अपनी शिकायत में बासु कुमार ने आरोप लगाया कि ब्रजेश कुमार ने उनके वाहन को मुक्त करने के लिए 22 हजार रुपये की रिश्वत मांगी है। शिकायत मिलते ही ब्यूरो ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी।

सत्यापन में मिला रिश्वत मांगने का सबूत
सूत्रों के अनुसार, निगरानी ब्यूरो ने शिकायत की गंभीरता को देखते हुए सत्यापन कराया। जांच के क्रम में यह स्पष्ट हो गया कि ब्रजेश कुमार ने वास्तव में वाहन छोड़ने के लिए रिश्वत की मांग की थी। आरोप की पुष्टि होते ही ब्यूरो ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी।

धावा दल ने रची गिरफ्तारी की रणनीति
ब्यूरो के पुलिस उपाधीक्षक एवं अनुसंधानकर्ता श्रीराम चौधरी के नेतृत्व में एक विशेष धावा दल का गठन किया गया। इस टीम ने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया और आरोपी को रंगेहाथ पकड़ने की तैयारी की।

राम जयपाल मोड़ पर हुई रंगेहाथ गिरफ्तारी
ब्यूरो की टीम ने गुरुवार को कार्रवाई करते हुए रूपसपुर थाना क्षेत्र के राम जयपाल मोड़ के पास आरोपी ब्रजेश कुमार को परिवादी से 22 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया। आरोपी के पास से रिश्वत की पूरी राशि भी बरामद की गई है।

पूछताछ के बाद विशेष न्यायालय में होगी पेशी
गिरफ्तार किए जाने के बाद ब्रजेश कुमार से निगरानी ब्यूरो की टीम ने पूछताछ की। प्रारंभिक पूछताछ के बाद नियमानुसार आरोपी को निगरानी के विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा, जहां से आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ब्यूरो की सतर्कता से भ्रष्टाचारियों में हड़कंप
निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की इस त्वरित और प्रभावी कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। सूत्रों का कहना है कि भ्रष्टाचार के मामलों में निगरानी ब्यूरो की सतर्कता और तत्परता से रिश्वतखोर अधिकारियों पर नकेल कसने में लगातार सफलता मिल रही है।

बिहार में निगरानी की सख्ती जारी
बिहार सरकार के निर्देश पर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो भ्रष्टाचार के मामलों में लगातार सक्रिय है। आम नागरिकों से अवैध वसूली, घूसखोरी और भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम हो रहा है। ऐसे मामलों में निगरानी ब्यूरो द्वारा त्वरित कार्रवाई कर दोषियों को कानून के कटघरे में लाया जा रहा है।

आम जनता से की गई अपील
निगरानी ब्यूरो ने आम जनता से अपील की है कि यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत की मांग करता है तो वे तत्काल निगरानी अन्वेषण ब्यूरो से संपर्क करें। शिकायतों की गोपनीयता रखी जाएगी और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

निष्कर्ष
रूपसपुर थाना के एएसआई ब्रजेश कुमार की गिरफ्तारी से स्पष्ट होता है कि बिहार सरकार और निगरानी अन्वेषण ब्यूरो भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए हैं। जनता के अधिकारों की रक्षा और सरकारी तंत्र में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए ऐसी कार्रवाईयों की सराहना की जा रही है।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *