बीते 31 मार्च को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में बिहार में रिकॉर्ड संख्या में बेरोजगारों ने रोजगार के लिए निबंधन कराया है। नेशनल कॅरियर सर्विस (एनसीएस) पोर्टल पर वित्तीय वर्ष 2022-23 में दो लाख 85 हजार 965 लोगों ने निबंधन कराए हैं।

यह अब तक के वर्षों में सबसे अधिक है। देश में जब से एनसीएस पोर्टल पर ऑनलाइन निबंधन हो रहा है तब से अब तक एक करोड़ 16 लाख 17 हजार 410 बेरोजगारों ने पंजीकरण कराए हैं। जबकि बिहार में अब तक नौ लाख 23 हजार 227 लोगों ने पंजीकरण कराया है।

बेरोजगारों को नौकरी देने के लिए देश में नौ लाख 39 हजार 756 कंपनियों ने पंजीकरण कराए हैं। बिहार में मात्र 39 हजार 283 कंपनियों ने ही रोजगार देने के लिए पंजीकरण कराया है। कुल पंजीकृत लोगों में छह लाख 92 हजार 701 पुरुष तो दो लाख 29 हजार 538 महिला हैं। जबकि 150 किन्नर (ट्रांसजेंडर) शामिल हैं।

रोजगार मांगने वाले हर उम्र के लोग हैं। 18 वर्ष तक के उम्र वाले 19140 बेरोजगारों ने रोजगार मांगा है। 18 से 24 साल के तीन लाख 17004 लोगों ने पंजीकरण कराया है। सबसे अधिक 25 से 34 साल के लोगों ने पंजीकरण कराया है।

इनकी संख्या 475441 है। 35 से 44 वर्ष के 86 हजार 817 तो 45 से 54 वर्ष के 20 हजार 840 लोगों ने पंजीकरण कराए हैं। जबकि 55 से 64 वर्ष के 3472 बेरोजगारों ने पंजीकरण कराए हैं।

नौकरी मांगने वालों में साक्षर-निरक्षर सभी शामिल हैं। 13 हजार 659 ऐसे लोगों ने पंजीकरण कराया है, जो कभी भी स्कूल तक नहीं गए। नौवीं पास 23 हजार 646, दसवीं पास दो लाख 15 हजार 611, 11वीं पास 3203, बारहवीं पास तीन लाख 63 हजार 425, दसवीं के बाद डिप्लोमाधारी 11 हजार 854, स्नातक उत्तीर्ण दो लाख पांच हजार 763 और पीजी उत्तीर्ण 29 हजार 23 हैं।

क्यों जरूरी है निबंधन

श्रम संसाधन या सरकार के अन्य विभागों व गैर सरकारी कंपनियों की ओर से समय-समय पर जॉब फेयर या रोजगार मेला का आयोजन किया जाता है। इसमें सबसे अहम शर्त होता है कि बेरोजगारों का एनसीएस पोर्टल पर निबंधन अनिवार्य रूप से हो।

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