भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. जवाहरलाल ने कहा कि विज्ञान का अर्थ होता है विशेष ज्ञान और विशेष ज्ञान को अर्जित करने के लिए जरूरी होता है पढ़ना, समझना और फिर उसको लिखना। विज्ञान के क्षेत्र में शोध और प्रयोग के क्षेत्र में रुचि रखने वाले प्रतिभागी बाल वैज्ञानिकों को हरसंभव मदद की जायेगी। विश्वविद्यालय का लैब हर समय बाल विज्ञानियों के लिए खुला रहेगा। जिसमें वहां आकर प्रयोग और शोध कभी भी कर सकते हैं। वह भारती शिक्षा समिति एवं शिशु शिक्षा प्रबंध समिति, बिहार की ओर से भागलपुर स्थित आनंदराम ढंढानिया सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित प्रांतीय-गणित विज्ञान मेला का उद्घाटन करते हुए बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।

उद्घाटन में विद्या भारती उत्तर-पूर्व क्षेत्र बिहार के क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्यालीराम, भारती शिक्षा समिति बिहार के प्रदेश सचिव प्रदीप कुमार कुशवाहा, प्रदेश मंत्री भरत पूर्वे, विभाग प्रचारक विजेंद्र कुमार, विभाग प्रमुख विनोद कुमार, उमाशंकर पोद्दार, सतीश कुमार, विद्यालय प्रबंध कारिणी समिति के सचिव डॉ शैलेश्वर प्रसाद, प्रो शिवकुमार जिलोका एवं प्रधानाचार्य अनंत कुमार सिन्हा भी उपस्थित थे।

गणित विज्ञान मेले में दक्षिण बिहार प्रांत के विभिन्न विद्यालयों से करीब एक हजार प्रतिभागी छात्र-छात्राएं विज्ञान प्रदर्श, गणित प्रदर्श, संगणक प्रदर्श विज्ञान प्रयोग, गणित प्रयोग, पत्र वाचन के साथ-साथ विज्ञान प्रश्नमंच, गणित प्रश्नमंच, संगणक प्रश्नमंच में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किए।

चयनित छात्र क्षेत्रीय प्रतियोगिता में होंगे शामिल

यहां चयनित बाल वैज्ञानिक क्षेत्रीय विज्ञान मेला में शामिल होंगे। शिशु वर्ग विज्ञान प्रदर्श में जल का संरक्षण एवं शुद्धिकरण पर आधारित प्रदर्श में प्रथम स्थान भोजपुर विभाग, ऊर्जा के संरक्षण पर आधारित प्रदर्श में भी प्रथम स्थान पर भोजपुर विभाग ही रहा। जबकि खाद्य शृंखला पर आधारित प्रदर्श में भागलपुर विभाग से राजनंदनी रही। संक्रामक रोगों से बचाव पर आधारित प्रदर्श में भागलपुर विभाग से बाल वैज्ञानिक विदिशा मिश्रा, नवाचार में भागलपुर विभाग की स्वाति नित्या विजेता रहीं। बाल वर्ग प्रकाश एवं इसके अनुप्रयोग पर आधारित प्रदर्श में रोहतास विभाग के हरिओम भारद्वाज प्रथम स्थान पर रहे। तंतु एवं वस्त्र उत्पादन से संबंधित प्रदर्श में भागलपुर विभाग से अंकित कुमार प्रथम स्थान पर, वायु अथवा जल प्रदूषण पर आधारित प्रदर्श में भागलपुर विभाग के कुशाग्र कुमार प्रथम स्थान पर रहे। संवेदक पर आधारित प्रदर्श में भी भागलपुर विभाग का स्थान रहा। जबकि नवाचार में भोजपुर विभाग के भैया प्रथम स्थान पर। किशोर वर्ग में भागलपुर विभाग से आनंदराम ढंढानिया सरस्वती विद्या मंदिर के छात्र प्रियांशु राज प्रकाश के स्पेक्ट्रम के अनुप्रयोग पर आधारित प्रदर्श में विजेता रहे। नवाचार में भागलपुर से आनंदराम ढंढानिया सरस्वती विद्या मंदिर के छात्र प्रियांशु विजेता रहे। तरुण वर्ग कृत्रिम बुद्धिमत्ता, रोबोटिक अंकीय संरचना पर आधारित प्रदर्श में भागलपुर विभाग से नरगा कोठी विद्या मंदिर के रोहित कुमार प्रथम स्थान पर रहे। साथ ही अनुनाद प्रक्रिया पर आधारित प्रदर्श में भी भागलपुर विभाग से नरगा विद्या मंदिर की छात्रा अंशिका लाल प्रथम स्थान पर रहीं। बहुलक के पुनर्चक्रण पर आधारित प्रदर्श में भागलपुर विभाग से आनंद राम ढंढानिया विद्या मंदिर के छात्र प्रशांत कुमार दास प्रथम स्थान पर रहे। नवाचार में भागलपुर विभाग से आनंदराम ढंढानिया स. विद्या मंदिर के छात्र शुभम कुमार सिन्हा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। नवाचार आधारित गणित प्रदर्श में भागलपुर विभाग से नरगा कोठी विद्या मंदिर के छात्र बाल वैज्ञानिक भैया आदर्श वत्स प्रथम स्थान पर रहे। यह जानकारी मीडिया प्रभारी पंकज उपाध्याय ने दी।

संस्कारों के साथ बनें सृजनात्मक वैज्ञानिक

विद्या भारती उत्तर पूर्व क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्यालीराम ने बताया कि हमें संस्कारों के साथ सृजनात्मक वैज्ञानिक बनना है। उन्होंने बाल वैज्ञानिकों को अधिक से अधिक स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग करने का संकल्प दिलाया। प्रदेश सचिव प्रदीप कुमार कुशवाहा ने बताया कि प्रांत स्तर पर चयनित सभी बाल वैज्ञानिक क्षेत्रीय विज्ञान मेला में भाग लेंगे। क्षेत्रीय विज्ञान मेला आगामी माह में औरंगाबाद में आयोजित होगा। प्रधानाचार्य अनंत कुमार सिन्हा ने ‘हम होंगे कामयाब का नारा सभी भैया बहनों से लगवाया। इस अवसर पर विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं, अभिभावकों ने प्रदर्शन को देखा। शहर के विभिन्न विद्यालयों एवं विज्ञान से जुड़े शिक्षाविदों ने विभिन्न प्रदर्शन का मूल्यांकन किया।

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