रांची में एक शाकाहारी ग्राहक को कथित तौर पर ‘नॉनवेज’ बिरयानी में हड्डी मिलने के बाद रेस्तरां मालिक विजय कुमार नाग (47) की हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी और निलंबित पुलिसकर्मी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। घटना शनिवार रात हुई थी, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपियों की धरपकड़ शुरू की।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पहले आरोपी प्रशांत कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया। उसके द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर पुलिस ने मुख्य आरोपी अभिषेक सिंह और निलंबित सिपाही हरेंद्र सिंह को पकड़ने के लिए कई जगह नाकेबंदी की। मुख्य आरोपी अभिषेक सिंह रांची से अपने परिवार के साथ भागने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने उसे कांके थाना क्षेत्र के आईटीबीपी शिविर के पास घेर लिया और मुठभेड़ में उसे गिरफ्तार किया।
पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में अभिषेक सिंह के दोनों पैरों में दो गोलियां लगी हैं। उनका इलाज राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (आरआईएमएस) में किया जा रहा है। वहीं, हरेंद्र सिंह ने मुख्य आरोपी को हथियार मुहैया कराए थे। पुलिस ने बताया कि हरेंद्र सिंह झारखंड पुलिस का पूर्व सिपाही है, जो पिछले पांच साल से निलंबित था। उसके खिलाफ अरगोड़ा, गोंडा और पलामू के पाटन में तीन मामले लंबित हैं।
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) प्रवीण पुष्कर ने बताया कि अभिषेक सिंह बिहार के औरंगाबाद का रहने वाला है और उसका भी आपराधिक इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि कांके और पिठोरिया थानों में चार आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इनमें से तीन को गिरफ्तार किया गया है और चौथे आरोपी अमित ठाकुर की तलाश शुरू कर दी गई है।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चार पिस्तौल, 31 कारतूस, एक राइफल, दो लाख रुपये नकद, दो वाहन और चार मोबाइल फोन जब्त किए हैं। पुलिस ने कहा कि मामले की जांच अभी जारी है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
इस घटना ने रांची के लोगों में सुरक्षा को लेकर चिंता पैदा कर दी है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि मामले में दोषियों को जल्द से जल्द सख्त सजा दी जाएगी। पुलिस जनता से अपील कर रही है कि अगर कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत जानकारी दें।
पुलिस ने यह भी कहा कि अब तक की कार्रवाई में सभी प्रमुख आरोपियों को पकड़ने में सफलता मिली है, जिससे उम्मीद जताई जा रही है कि इस हत्याकांड की पूरी गुत्थी जल्द सुलझ जाएगी।
