पूर्व रेलवे के जीएम अरुण अरोड़ा ने रेलवे पदाधिकारियों के साथ शनिवार को रेल कोवा पुल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद जीएम ने बताया कि पुल अच्छा बना है कहीं कोई लूज फिटिंग नहीं है। उन्होंने कहा कि एक जगह में आभाव दिखा। ट्रॉली रिफ्यूज बना हुआ है जिसको करेक्ट किया जाना है। पानी नीचे जाने के बाद कनेक्ट किया जाएगा जिस पर ट्रॉली जा सके।
जीएम ने बताया कि रेलवे द्वारा हर साल विकास की जा रही है। इंफ्रास्ट्रक्चर इंप्रूवमेंट के लिए अगले साल सरकार द्वारा दो लाख करोड़ रुपए मिलेंगे। जिसमें नई लाइनें बनेगी, इस लाइनों में भी रेल दोहरीकरण के आगे ट्रिपल लाइन भी बनाया जाएगा। नई लाइनों के बढ़ने के बाद अपने आप क्षमता बढ़ेगी, नई ट्रेनों का परिचालन भी होगा, वंदे भारत भी आएगी।
राजधानी एक्सप्रेस के परिचालन और विक्रमशिला एक्सप्रेस का विस्तार कर साहिबगंज से खुलने की की बात पर जीएम ने कहा कि राजधानी चलने को लेकर मंत्रालय के आदेश की प्रतीक्षा की जा रही है। विक्रमशिला एक्सप्रेस ट्रेन की विस्तार के लिए चर्चा चल रही है विस्तार से पहले काफी कुछ देखना पड़ेगा, विस्तार का भी निर्णय मंत्रालय से होता है।
जीएम के साथ डीआरएम विकास चौबे, पीसीसीएम ईस्टर्न रेलवे सुमित्रा मजूमदार, पीसीइ एके दुबे और आरपीएफ के आईजी परमशिव के साथ अन्य अधिकारी शामिल थे।
सर्वदलीय समिति ने 10 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा
सर्वदलीय समिति के सदस्यों ने 10 सूत्री मांग पत्र पूर्व रेलवे के जीएम अरुण अरोड़ा को दिया। मांगों में कहलगांव में न्यू फरक्का नई दिल्ली एक्सप्रेस और कामाख्या गया एक्सप्रेस ठहराव, विक्रमशिला एक्सप्रेस को साहिबगंज से खोले जाने की मांग, सियालदह वाराणसी एक्सप्रेस को पुनः चलाने की मांग, साहिबगंज जमालपुर डीएमयू ट्रेन में बोगी बढ़ाने की मांग, कहलगांव के प्लेटफार्म पर यात्री शेड की संख्या को बढ़ाने की मांग, कहलगांव प्लेटफार्म वन पर पूछताछ केंद्र की मांग, कहलगांव रेलवे स्टेशन से ललमटीया गोड्डा होते हुए देवघर रेल लाइन में जोड़ने की मांग, तथा कहलगांव स्टेशन के सौंदर्यीकरण की मांग की गयी। प्रतिनिधिमंडल में प्रवीण राणा, पवन भारती, नितिन कुमार,सुरेंद्र सिंह, पंकज गुप्ता,आदि शामिल थे