नई दिल्ली । संसद सदस्यता खत्म होने पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए सियासत गरमा दी। शनिवार को उन्होंने दावा किया कि उनके भाषण से सरकार डरी हुई है। दूसरी ओर, भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पलटवार किया कि कांग्रेस कर्नाटक विधानसभा चुनाव में चुनावी लाभ पाने के लिए इस मामले को लेकर झूठ फैला रही है।
सरकार पर हमला
राहुल गांधी ने दावा किया कि सरकार उनके अगले भाषण से डरी हुई थी। वह सदन में अडानी मामले पर फिर भाषण देने वाले थे। कांग्रेस नेता ने कहा कि वह संसद के सदस्य रहें या नहीं रहें, या फिर उन्हें जेल में ही क्यों न डाल दिया जाए, वह लोकतंत्र की लड़ाई लड़ते रहेंगे।
माफी नहीं मांगेंगे
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि वह डरने वाले नहीं हैं और माफी नहीं मांगेंगे, क्योंकि उनका नाम सावरकर नहीं गांधी है और गांधी माफी नहीं मांगते। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा अडानी समूह से जुड़े सवालों से ध्यान भटकाने के लिए उन पर ओबीसी समुदाय के अपमान का आरोप लगा रही है। वह सवाल पूछना बंद नहीं करेंगे। मेरे बारे में मंत्रियों ने झूठ बोला। मैंने लंदन में कोई ऐसी बात नहीं की थी जो देश के खिलाफ हो। मैंने लोकसभा अध्यक्ष से आग्रह किया कि मुझे जवाब देने का मौका दिया जाए, लोकसभा अध्यक्ष मुस्कुरा कर कहते हैं कि मैं कुछ नहीं कर सकता।
उधर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुद्दे को भटकाने की कोशिश की। राहुल को किसी को अपमानित करने का अधिकार नहीं है।