जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर बिहार बदलाव यात्रा के तहत लगातार जिलों और प्रखंडों में जनता से संवाद कर रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने बिहपुर के जयरामपुर हाई स्कूल मैदान में एक सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू यादव पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आज तक बिहार की जनता नेताओं के चेहरे देखकर वोट करती रही है, लेकिन अब समय आ गया है कि अपने बच्चों के चेहरे देखकर वोट दिया जाए। इस बार वोट अपने भविष्य और आने वाली पीढ़ियों के लिए होना चाहिए ताकि बिहार में सचमुच जनता का राज स्थापित हो सके।
प्रशांत किशोर ने भागलपुर की जनता से बड़े वादे किए। उन्होंने कहा कि दिसंबर से बुजुर्गों को दो हजार रुपये मासिक पेंशन दिया जाएगा, ताकि वृद्धावस्था में उन्हें सम्मान के साथ जीवन जीने का अवसर मिले। वहीं, बच्चों को निजी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा दिलाने का ऐलान किया। उन्होंने साफ कहा कि जब तक सरकारी विद्यालयों में सुधार नहीं हो जाता, तब तक 15 साल से कम उम्र के बच्चों की पढ़ाई निजी स्कूलों में कराई जाएगी और उसकी पूरी फीस सरकार उठाएगी।
युवाओं को लेकर प्रशांत किशोर ने कहा कि छठ के बाद बिहपुर, नवगछिया और भागलपुर समेत पूरे बिहार के युवाओं को मजदूरी के लिए अपने घर-परिवार छोड़ कर बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने वादा किया कि बिहार के 50 लाख युवाओं को वापस बुलाया जाएगा और उन्हें यहीं 10 से 12 हजार रुपये मासिक की रोजगार व्यवस्था दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि बिहार की सबसे बड़ी समस्या पलायन है, जहां लाखों युवा दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों में मजदूरी करने को मजबूर हैं। जन सुराज की सरकार बनने के बाद किसी भी युवक को अपना परिवार छोड़ कर बाहर नहीं जाना पड़ेगा। रोजगार का इंतजाम गांव और कस्बों में ही किया जाएगा।
सभा में उमड़ी भारी भीड़ ने प्रशांत किशोर के इन वादों पर जोरदार तालियां बजाकर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन किसी व्यक्ति या परिवार के लिए नहीं, बल्कि बिहार के हर आम नागरिक के लिए है। अगर जनता सचमुच बदलाव चाहती है तो उसे अपनी ताकत दिखानी होगी।
प्रशांत किशोर के संबोधन से यह साफ झलक रहा था कि उनका फोकस सीधे शिक्षा, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर है। उन्होंने कहा कि बिहार का भविष्य तभी बदलेगा जब लोग जाति और धर्म की राजनीति से ऊपर उठकर अपने बच्चों की बेहतर जिंदगी के लिए वोट देंगे।