दानापुर से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक रीतलाल यादव इन दिनों रंगदारी और धमकी के एक मामले में भागलपुर जेल में बंद हैं। लेकिन जेल में रहने के बावजूद उनके खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में उनके कोथवां स्थित आवास पर देर रात पुलिस द्वारा की गई छापेमारी को लेकर अब सियासी तूफान खड़ा हो गया है। विधायक की पत्नी रिंकू कुमारी ने प्रेस कांफ्रेंस कर प्रशासन और राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
रिंकू कुमारी ने कहा- “पूरे परिवार को किया जा रहा है टारगेट”
विधायक की पत्नी रिंकू कुमारी ने पुलिस की छापेमारी पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यह सब कुछ सरकार के इशारे पर हो रहा है। उन्होंने बताया कि रविवार की देर रात करीब 12 बजे 12 अलग-अलग थानों की पुलिस उनके घर की चहारदीवारी फांदकर अंदर घुस आई। इस दौरान घर में मौजूद महिलाओं और बच्चों के साथ दुर्व्यवहार किया गया। उन्होंने कहा, “मेरे पति ने कोर्ट में आत्मसमर्पण किया है और न्यायिक हिरासत में भागलपुर जेल में हैं, फिर भी पुलिस लगातार हमारे परिवार को परेशान कर रही है।”

“राजनीतिक साजिश के तहत हो रही है कार्रवाई”
रिंकू कुमारी ने आरोप लगाया कि यह सबकुछ एक सुनियोजित साजिश के तहत किया जा रहा है ताकि आगामी विधानसभा चुनाव में उनके पति रीतलाल यादव को कमजोर किया जा सके और RJD को दानापुर सीट से हराया जा सके। उन्होंने कहा कि उनके पति की राजनीतिक हत्या की कोशिश की जा रही है ताकि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की मुख्यमंत्री बनने की राह में रोड़े अटकाए जा सकें।
“पिछड़ी जाति से होने के कारण टारगेट किया जा रहा है”
प्रेस वार्ता के दौरान रिंकू कुमारी ने जातिगत भेदभाव का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि वह और उनका परिवार पिछड़ी जाति से आते हैं, इसीलिए उन्हें बार-बार निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार में शामिल अगड़ी जातियों के कई विधायक जिन पर गंभीर मामले दर्ज हैं, वह खुलेआम घूम रहे हैं, लेकिन उनके पति को बार-बार झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है।
“बिल्डर की शिकायत पर हो रही है कार्रवाई”
रिंकू कुमारी ने यह भी दावा किया कि पुलिस की कार्रवाई किसी स्थानीय बिल्डर के कहने पर की जा रही है। उन्होंने कहा कि आरोप लगाया गया है कि उनके पति रीतलाल यादव के इशारे पर एक निर्माणाधीन प्लॉट की दीवार गिराई गई, जबकि उनका इससे कोई संबंध नहीं है। उन्होंने पूछा कि जब उनके पति जेल में बंद हैं, तो वे किसी को क्या निर्देश देंगे? उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह संभव है कि जेल में बंद व्यक्ति प्लॉट गिराने का आदेश दे सकता है?
RJD प्रवक्ता का भी बड़ा बयान
इधर, इस मुद्दे पर RJD के पटना जिला प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी अरुण कुमार सिंह ने भी प्रशासन पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के इशारे पर पुलिस विपक्षी नेताओं को टारगेट कर रही है। उन्होंने कहा, “रीतलाल यादव और उनके परिवार की छवि को धूमिल करने के लिए उन्हें झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है, लेकिन विरोधियों की यह साजिश कभी सफल नहीं होगी।”
पुलिस का पक्ष
इस पूरे मामले पर भागलपुर के एसपी भानुप्रताप सिंह ने बयान देते हुए कहा है कि दानापुर में एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके प्लॉट पर निर्माण कार्य के दौरान कुछ लोगों ने दीवार को तोड़ दिया। वादी ने आरोप लगाया कि यह सब विधायक रीतलाल यादव के इशारे पर हुआ। इसी आधार पर पुलिस ने कोथवां गांव में छापेमारी की। एसपी ने कहा कि कानून के तहत ही कार्रवाई की गई है, और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
चुनावी माहौल में गरमाई सियासत
यह पूरा मामला उस समय सामने आया है जब राज्य में चुनावी माहौल बन रहा है। RJD इस मुद्दे को लेकर हमलावर है और इसे सत्ता पक्ष की ओर से विपक्ष को कमजोर करने की कोशिश बता रही है। वहीं, प्रशासन अपनी कार्रवाई को कानून-सम्मत बता रहा है।
फिलहाल, रीतलाल यादव की गिरफ्तारी और उनके घर पर छापेमारी ने न सिर्फ राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, बल्कि प्रशासन और सरकार के तौर-तरीकों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह मामला किस दिशा में बढ़ता है और क्या विपक्ष इसे बड़ा चुनावी मुद्दा बनाता है या नहीं।
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