नई दिल्ली । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के लंदन में दिए गए बयान, केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग और अडानी समूह से जुड़े मामले को लेकर संसद में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच खींचतान और बढ़ गई है। हंगामे के कारण दोनों सदनों में दूसरे दिन भी कोई कामकाज नहीं हो पाया।
सत्तापक्ष ने जहां राहुल गांधी के बयान पर माफी की मांग दोहराई, वहीं कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल अडानी समूह के मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग पर अड़े रहे। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरु होते ही सत्तापक्ष ने राहुल गांधी से लंदन में दिए बयान को लेकर माफी मांगने की मांग उठाई।
वहीं, विपक्ष ने पलटवार करते हुए जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का मुद्दा उठाया और अडानी मामले की जांच के लिए जेपीसी के गठन की मांग की। हंगामा बढ़ने पर कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। दोबारा कार्यवाही शुरू होने पर भी दोनों सदनों में हंगामा बरकार रहा। बाद में कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। दरअसल, सत्तापक्ष और विपक्ष अपने-अपने रुख से पीछे हटने के लिए तैयार नहीं है। दोनों तरफ के सांसद अपनी-अपनी मांगों को लेकर हंगामा कर रहे हैं।