**भागलपुर/बांका:** अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि अब समाज के शिक्षकों को भी अपनी दबंगई का शिकार बना रहे हैं। भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल से एक ऐसी दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसे सुनकर हर किसी का दिल दहल जाएगा। बांका जिले के बौसी थाना क्षेत्र के रहने वाले मोनू रंजन, जो एक फिजिकल टीचर हैं, पर अपराधियों ने बेरहमी से हमला कर उन्हें अधमरा कर दिया। उनके दोनों पैर और एक हाथ बुरी तरह से टूट चुके हैं, और फिलहाल वे अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। 

## **बाजार से लौटते वक्त किया हमला** 

घटना बांका जिले के बौसी थाना क्षेत्र की है, जहां फिजिकल टीचर मोनू रंजन अपने घर से बाजार सामान लाने के लिए निकले थे। इसी दौरान शिव शक्ति होटल के पास पहले से घात लगाए बैठे अपराधियों ने उन पर हमला कर दिया। मोनू रंजन के अनुसार, उनके चाचा, जो खुद को बाहुबली मानते हैं, ने कुछ अपराधियों को भेजकर उन पर जानलेवा हमला करवाया। हमलावरों ने न सिर्फ उनके साथ मारपीट की, बल्कि उनके दोनों पैर और एक हाथ भी तोड़ दिया, जिससे उनका चलना-फिरना और सामान्य जीवन जीना लगभग नामुमकिन हो गया है। 

## **परिवार पर भी मंडरा रहा खतरा** 

इस घटना की जानकारी मिलते ही उनकी पत्नी और बूढ़ी मां घटनास्थल पर पहुँचीं, जहाँ उन्होंने अपने बेटे और पति को लहूलुहान हालत में पड़ा पाया। आनन-फानन में उन्हें जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ डॉक्टरों ने बताया कि उनके दोनों पैर और एक हाथ गंभीर रूप से फ्रैक्चर हो चुके हैं। 

सबसे भयावह बात यह है कि अपराधी जेल से छूटने के बाद भी मोनू रंजन के परिवार को धमका रहे हैं। उनकी पत्नी और बूढ़ी मां को लगातार धमकियां मिल रही हैं कि यदि उन्होंने इस मामले में आगे कोई कानूनी कार्रवाई की, तो उन्हें भी जान से मार दिया जाएगा। 

## **क्या है जमीनी विवाद की सच्चाई?** 

मोनू रंजन के अनुसार, यह पूरा मामला पारिवारिक जमीनी विवाद से जुड़ा हुआ है। उनका दावा है कि उनके चाचा ने पहले भी कई बार उन्हें परेशान करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा, *”मेरे चाचा दबंग प्रवृत्ति के इंसान हैं। उन्होंने कई बार मुझे धमकाया था कि यदि मैंने जमीन के मामले में दखल दिया, तो इसका अंजाम बहुत बुरा होगा।”* 

पीड़ित ने बताया कि इससे पहले भी उनके चाचा और उनके गुंडों ने उन पर हमला करने की कोशिश की थी, लेकिन वे बच गए थे। इस बार अपराधियों ने पहले से ही योजना बनाकर उनके ऊपर हमला किया। 

## **पुलिस की कार्रवाई पर उठे सवाल** 

घटना के बाद पीड़ित की पत्नी ने बौसी थाना में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने इस मामले में छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की और दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया, लेकिन कुछ ही दिनों में वे बेल पर रिहा होकर फिर से खुलेआम घूम रहे हैं। 

पीड़ित का कहना है कि अपराधी न सिर्फ खुलेआम घूम रहे हैं, बल्कि उनकी पत्नी और बूढ़ी मां को धमका भी रहे हैं। उन्होंने कहा, *”मैं अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा हूँ, लेकिन अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं और मेरे परिवार को धमकियां दे रहे हैं।”* 

## **क्या फिजिकल टीचर को मिलेगा न्याय?** 

अब बड़ा सवाल यह उठता है कि जिस व्यक्ति ने अपना जीवन बच्चों को शिक्षित करने में लगाया, आज वही शिक्षक न्याय के लिए दर-दर भटकने को मजबूर है। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति पहले से ही अच्छी नहीं थी, और अब जब उनका शरीर बुरी तरह से जख्मी हो चुका है, तो उनका जीवन यापन कैसे होगा? 

मोनू रंजन की पत्नी और उनकी बूढ़ी मां ने पुलिस प्रशासन और जिला अधिकारियों से गुहार लगाई है कि वे इस मामले में सख्त कार्रवाई करें और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करें। 

## **प्रशासन की उदासीनता से जनता में आक्रोश** 

इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। स्थानीय लोगों में भी आक्रोश है कि अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन जल्द से जल्द कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता, तो वे सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे। 

पीड़ित परिवार का कहना है कि उनके पास अदालत जाने और लंबी कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए पैसे नहीं हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री और पुलिस विभाग से न्याय की गुहार लगाई है। 

## **अपराधियों पर हो कड़ी कार्रवाई – जनता की मांग** 

इस पूरे मामले को लेकर स्थानीय लोगों ने मांग की है कि अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। 

एक स्थानीय निवासी ने कहा, *”अगर एक शिक्षक के साथ ऐसा हो सकता है, तो आम आदमी की सुरक्षा की क्या गारंटी है? प्रशासन को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।”* 

## **पुलिस की सफाई और आगे की कार्रवाई** 

बौसी थाना प्रभारी ने इस मामले पर बयान देते हुए कहा कि पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। उन्होंने कहा, *”हम अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शने वाले नहीं हैं। हमने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है और बाकी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।”* 

## **न्याय की उम्मीद में परिवार** 

फिजिकल टीचर मोनू रंजन फिलहाल अस्पताल में भर्ती हैं और उनका इलाज चल रहा है। उनकी पत्नी और बूढ़ी मां अपने बच्चे के साथ न्याय की आस में प्रशासन की ओर देख रही हैं। 

अब देखने वाली बात होगी कि क्या मोनू रंजन को इंसाफ मिलेगा, या फिर यह मामला भी अन्य मामलों की तरह दबकर रह जाएगा? 

**(रिपोर्ट: भागलपुर ब्यूरो)**

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