### *प्रतियोगिता के प्रथम विजेता मनीष पहलवान मिरहट्टी को मुख्य अतिथि द्वारा मैडल व नगद पुरस्कार देकर किया गया सम्मानित*
भागलपुर जिले के सुल्तानगंज प्रखंड अंतर्गत नवादा पंचायत के कसमाबाद गांव में महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर दो दिवसीय दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस भव्य आयोजन का समापन उत्साह और उमंग के साथ संपन्न हुआ। ग्रामीण क्षेत्रों में पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने और कुश्ती जैसी शारीरिक दक्षता की प्रतियोगिताओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से इस दंगल का आयोजन किया गया था।
दंगल प्रतियोगिता में बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों के सैकड़ों पहलवानों ने भाग लिया और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। यह प्रतियोगिता न केवल ग्रामीण खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए बल्कि नवोदित पहलवानों को मंच प्रदान करने के लिए भी महत्वपूर्ण रही।
## **मुख्य अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति**
इस दंगल प्रतियोगिता के समापन समारोह में कई गणमान्य अतिथियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधायक प्रत्याशी रवि सुमन कुमार उर्फ अरुण मंडल उपस्थित रहे। उनके साथ कसमाबाद दियारा के मुखिया अरविंद कुमार, पूर्व वार्ड पार्षद मनोज यादव, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) अनुसूचित जनजाति के जिला अध्यक्ष महेश दास, समाजसेवी कृष्ण कुमार और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के युवा नेता विक्की कुमार भी मौजूद थे।
इन सभी अतिथियों ने प्रतियोगिता के आयोजन की सराहना की और कहा कि इस तरह के आयोजनों से ग्रामीण प्रतिभाओं को आगे आने का मौका मिलता है। साथ ही, खेलों को बढ़ावा देकर युवाओं को नशे और अन्य सामाजिक बुराइयों से दूर रखा जा सकता है।
## **निर्णायकों की भूमिका और प्रतियोगिता की निष्पक्षता**
इस दंगल प्रतियोगिता को सफल और निष्पक्ष रूप से संपन्न कराने में निर्णायक मंडल की भूमिका अहम रही। इस प्रतियोगिता के निर्णायक श्याम कुमार, विक्की कुमार, हरिश्चंद्र कुमार, छोटे लाल मंडल और मुनीश्वर कुमार रहे, जिन्होंने अपने अनुभव और निष्पक्षता के साथ मुकाबलों का संचालन किया। इन सभी निर्णायकों ने प्रतियोगिता के दौरान किसी भी प्रकार की अनुचित घटना को रोकने और निष्पक्ष निर्णय देने के लिए पूरी निष्ठा से कार्य किया।
## **प्रतियोगिता के रोमांचक मुकाबले और विजेताओं की घोषणा**
इस दंगल प्रतियोगिता में कई रोमांचक मुकाबले देखने को मिले। पहलवानों ने अपनी कुश्ती कौशल का भरपूर प्रदर्शन किया और दर्शकों को रोमांचित किया। प्रतियोगिता में कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच अंतिम दौर में पहुंचे पहलवानों ने अपने अद्भुत दांव-पेंच से उपस्थित दर्शकों का दिल जीत लिया।
प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में मनीष कुमार मिरहट्टी ने बेहतरीन प्रदर्शन कर प्रथम स्थान हासिल किया। उनके शानदार खेल कौशल और दमदार कुश्ती की सभी ने प्रशंसा की। दूसरे स्थान पर उत्तम कुमार कसमाबाद रहे, जबकि तीसरे स्थान पर रोशन कुमार कसमाबाद रहे।
## **विजेताओं को किया गया सम्मानित**
प्रतियोगिता में विजेता रहे पहलवानों को मुख्य अतिथि और अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सम्मानित किया गया। प्रथम विजेता मनीष कुमार मिरहट्टी को मुख्य अतिथि द्वारा नगद पुरस्कार, मैडल और शील्ड प्रदान की गई। इसी तरह, दूसरे स्थान पर रहे उत्तम कुमार कसमाबाद और तीसरे स्थान पर रहे रोशन कुमार कसमाबाद को भी नगद पुरस्कार और शील्ड देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि रवि सुमन कुमार उर्फ अरुण मंडल ने कहा, “इस प्रकार के आयोजन से ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाओं को निखरने का अवसर मिलता है। खेलों के प्रति युवाओं की रुचि को बढ़ाने और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने के लिए इस तरह की प्रतियोगिताएं बेहद जरूरी हैं। मैं इस आयोजन की सफलता के लिए आयोजकों और सभी प्रतिभागियों को बधाई देता हूं।”
मुखिया अरविंद कुमार ने भी आयोजन समिति की सराहना करते हुए कहा कि कुश्ती जैसे पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहन देना हमारी संस्कृति और विरासत को संजोने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी ऐसे आयोजनों को प्रोत्साहन दिया जाएगा।
## **ग्रामीणों और दर्शकों का उत्साह**
इस दंगल प्रतियोगिता को देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण और आसपास के क्षेत्रों के लोग पहुंचे थे। पूरे गांव में एक मेले जैसा माहौल बन गया था। दर्शकों ने पहलवानों का जमकर उत्साहवर्धन किया और पूरे आयोजन का भरपूर आनंद उठाया।
स्थानीय लोगों ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि इससे युवाओं को खेलों के प्रति प्रेरित किया जा सकता है। उन्होंने मांग की कि भविष्य में भी इस तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाए ताकि युवा वर्ग खेलों की ओर आकर्षित हो सके और अपने शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत बना सके।
## **भविष्य में और बड़े आयोजनों की उम्मीद**
इस दंगल प्रतियोगिता की सफलता को देखते हुए आयोजन समिति ने भविष्य में और बड़े पैमाने पर ऐसे आयोजनों की योजना बनाने की बात कही। समिति के सदस्यों ने कहा कि आने वाले वर्षों में इस दंगल को राज्य स्तर पर भी ले जाया जाएगा, जिससे अन्य राज्यों के पहलवानों को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा।
इसके अलावा, स्थानीय प्रशासन और पंचायत प्रतिनिधियों ने भी आश्वासन दिया कि वे भविष्य में इस तरह के आयोजनों को सहयोग प्रदान करेंगे और इसे और अधिक भव्य बनाने के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराएंगे।
## **निष्कर्ष**
महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में आयोजित इस दो दिवसीय दंगल प्रतियोगिता ने न केवल ग्रामीण खेल संस्कृति को बढ़ावा दिया बल्कि क्षेत्र के युवा पहलवानों को एक बेहतरीन मंच भी प्रदान किया। प्रतियोगिता में बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के सैकड़ों पहलवानों ने भाग लिया और अपने शानदार प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मुख्य अतिथियों, आयोजकों, निर्णायकों और ग्रामीणों के सहयोग से यह दंगल प्रतियोगिता बेहद सफल रही। विजेताओं को सम्मानित कर उनका मनोबल बढ़ाया गया और सभी ने इस आयोजन की भूरी-भूरी प्रशंसा की। भविष्य में भी ऐसे आयोजनों की उम्मीद के साथ इस भव्य प्रतियोगिता का समापन हुआ।
