भागलपुर जिले के नाथनगर प्रखंड में आंगनबाड़ी सेविकाओं के लिए “पोषण की पढ़ाई भी” कार्यक्रम के अंतर्गत द्वितीय बैच का तीन दिवसीय प्रशिक्षण सत्र आज से शुरू हुआ। यह प्रशिक्षण 22 मई से 24 मई तक आयोजित किया जा रहा है, जिसकी अध्यक्षता नाथनगर की बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (सीडीपीओ) श्रीमती पिंकी कुमारी ने की।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों को नई शिक्षा नीति के अनुरूप शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना है। इसके तहत सेविकाओं को यह सिखाया जा रहा है कि वे बच्चों के सर्वांगीण विकास की दिशा में किस प्रकार प्रभावी भूमिका निभा सकती हैं और प्रारंभिक शिक्षा की मजबूत नींव कैसे रख सकती हैं।
प्रशिक्षण सत्र में विशेषज्ञों ने विभिन्न पहलुओं पर सेविकाओं को मार्गदर्शन प्रदान किया। प्रशिक्षकों की टीम में पुष्पांजलि कुमारी, निवेदिता भारती, प्रखंड सम्यक राजकुमार और कार्यपालक सहायक सूरज अवस्थी शामिल रहे। इन सभी ने सेविकाओं को बच्चों के पोषण, बाल मनोविज्ञान, गतिविधि आधारित शिक्षण पद्धति और समुदाय के सहयोग से केंद्र संचालन की तकनीकियों पर व्यावहारिक जानकारी दी।
प्रशिक्षण में द्वितीय बैच की सभी सेविकाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी पूर्ण उपस्थिति दर्ज कराई। प्रशिक्षण सत्र के दौरान सेविकाओं ने न सिर्फ नए शैक्षिक तरीकों को सीखा, बल्कि आपस में विचार-विमर्श कर अपनी समस्याओं और अनुभवों को भी साझा किया।
सीडीपीओ पिंकी कुमारी ने प्रशिक्षण की शुरुआत करते हुए सेविकाओं को संबोधित किया और कहा कि “आज की आंगनबाड़ी सेविकाएं सिर्फ पोषण या देखभाल तक सीमित नहीं हैं, वे बच्चों की पहली शिक्षिका हैं। यदि सेविकाएं प्रशिक्षित होंगी, तो हमारी आने वाली पीढ़ी मजबूत और शिक्षित होगी।”
यह प्रशिक्षण सत्र न सिर्फ सेविकाओं के ज्ञान को समृद्ध करेगा, बल्कि आंगनबाड़ी केंद्रों की गुणवत्ता में भी सुधार लाने में सहायक सिद्ध होगा। आने वाले दिनों में इस प्रकार के और भी बैच आयोजित किए जाएंगे ताकि सभी सेविकाएं लाभान्वित हो सकें।
