जेट ईंधन की कीमतों में शुक्रवार को 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जिससे नई कीमत रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई। इस साल यह लगातार सातवीं वृद्धि है। वैश्विक ऊर्जा कीमतों में बढ़ोतरी के बीच ये दाम बढ़ाए गए हैं। मालूम हो कि हवाई जहाज को उड़ान भरने में विमानन टरबाइन ईंधन (एटीएफ) का इस्तेमाल होता है।

ईंधन खुदरा विक्रेताओं के प्राइस नोटिफिकेशन के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में 2,258.54 रुपये प्रति किलोलीटर या 2 प्रतिशत बढ़ाकर 1,12,924.83 रुपये प्रति किलोलीटर कर दिया गया। ATF की कीमत में वृद्धि 16 मार्च से प्रभावी 18.3 प्रतिशत (₹17,135.63 प्रति किलोलीटर) की अब तक की सबसे तेज बढ़ोतरी के कारण हुई है। ईंधन के औसत अंतरराष्ट्रीय मूल्य के आधार पर हर महीने की पहली और 16 तारीख को जेट ईंधन की कीमतों में बदलाव किया जाता है।

40% हिस्सा जेट ईंधन पर होता है खर्च
एयरलाइन की परिचालन लागत में करीब 40 प्रतिशत हिस्सा जेट ईंधन पर खर्च होता है, जो कि इस साल नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। 2022 की शुरुआत से हर पखवाड़े एटीएफ की कीमतों में वृद्धि हुई है। 1 जनवरी से शुरू होने वाली सात बढ़ोतरी में एटीएफ की कीमतों में 38,902.92 किलोलीटर या लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है।

शुक्रवार को पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बढ़े
बीते 10 दिन से तकरीबन हर रोज पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं, लेकिन शुक्रवार को इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ। 11 दिनों में दूसरे ठहराव से पहले ऑटो ईंधन की दरों में 6.40 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हो चुकी है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गुरुवार को 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी।

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