नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपने बूते राष्ट्रीय जनता दल को मजबूत बनाने में जुटे हुए हैं। तेजस्वी ने संगठन से लेकर जनता के बीच जाने तक हर मोर्चे पर आरजेडी को मजबूत बनाने का प्रयास किया है। तेजस्वी ने जब से पार्टी का नेतृत्व संभाला है तबसे राष्ट्रीय जनता दल के प्रदर्शन में भी सुधार हुआ है लेकिन उनके इन कोशिशों में पार्टी के ही बड़े चेहरों का साथ पूरी तरह से मिलता नहीं दिख रहा। दरअसल राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक शनिवार को पटना में बुलाई गई थी। पार्टी कार्यालय में आयोजित बैठक में सभी मौजूदा और पूर्व एमएलए–एमएलसी और उम्मीदवारों को शामिल होना था लेकिन पार्टी के कई प्रमुख नेता इस बैठक से गायब रहे।

आरजेडी संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता अवध बिहारी चौधरी के साथ साथ पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे, पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम के अलावे लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी इस बैठक में नहीं पहुंचे। इतना ही नहीं जगदानंद सिंह के बेटे और विधायक के सुधाकर सिंह, कुमार सर्वजीत और प्रेम कुमार मणि जैसे प्रमुख नेताओं की मौजूदगी बैठक में नहीं दिखी। इन नेताओं की गैरमौजूदगी में तेजस्वी यादव को भी परेशान किया। तेजस्वी इतने नाराज दिखे कि उन्होंने खुले मंच से कह दिया की पार्टी और संगठन सबसे महत्वपूर्ण होता है। तेजस्वी ने कहा कि रमजान हो या रामनवमी या शादी का मौसम सबसे महत्वपूर्ण संगठन है। अगर आप संगठन के लिए वक्त नहीं निकाल सकते तो फिर पार्टी क्या करेगी। 

राष्ट्रीय जनता दल की तरफ से चलाए जा रहे सदस्यता अभियान को लेकर तेजस्वी ने खुले मंच से सीधा मैसेज दे दिया कि किसी भी हाल में फर्जी सदस्य ना बनाएं। फर्जी सदस्य बनाएंगे तो मैं उसकी क्रॉस चेकिंग करवा लूंगा। तेजस्वी ने कहा कि आरजेडी सभी वर्गों की पार्टी है और सभी तबके के लोग इस से जुड़ना चाहते हैं, बस पार्टी के विधायकों और विधान पार्षदों को उनके घर पर अपनी मौजूदगी दिखानी होगी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आरजेडी के सदस्यता अभियान को हल्के में ना लें और इसके लिए ईमानदारी से मेहनत करें।

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