बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस साल दिवाली अपने मुख्यमंत्री आवास में सादगी और परंपरागत ढंग से मनाई। मुख्यमंत्री ने खुद अपने हाथों से दीप प्रज्वलित कर दीपोत्सव की शुरुआत की। इस अवसर पर उनके बेटे निशांत कुमार भी उनके साथ मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री आवास की सजावट बेहद साधारण थी, लेकिन दीपों की जगमगाहट ने पूरे परिसर को भक्ति और शांति के रंग में रंग दिया। यह आयोजन न केवल परंपराओं के प्रति सम्मान दिखा रहा था, बल्कि मुख्यमंत्री की सादगी और मर्यादा का भी परिचायक था।
सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री का यह उत्सव वायरल हो गया। उन्होंने प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर दिवाली की शुभकामनाएं साझा करते हुए लिखा, “प्रकाश पर्व दीपावली के अवसर पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। दीपावली अंधकार पर प्रकाश, अज्ञान पर ज्ञान और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। इसे पारस्परिक सौहार्द्र, सद्भाव और उल्लास के साथ मनाएं।” उनके संदेश के साथ साझा की गई तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुए।
जनता ने उनके सादगीपूर्ण उत्सव की खूब सराहना की। लोगों ने टिप्पणी की कि नीतीश कुमार हमेशा से ही सादगी और मर्यादा के प्रतीक रहे हैं। उनके इस आयोजन ने न केवल बिहारवासियों को प्रेरित किया, बल्कि यह भी दिखाया कि त्योहारों का असली आनंद भक्ति और सादगी में ही है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बिहारवासियों को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह पर्व अंधकार पर प्रकाश, अज्ञान पर ज्ञान और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। उन्होंने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे दिवाली को प्रेम, सौहार्द्र और उल्लास के साथ मनाएं।
मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता पर भी विशेष जोर दिया। उन्होंने लोगों से अपील की कि दिवाली के दौरान पटाखों का प्रयोग कम करें और पर्यावरण के प्रति जागरूक रहें। उनका कहना था कि दिवाली का प्रकाश केवल दीपों तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि यह हमारे जीवन में स्वच्छता, जागरूकता और सकारात्मकता का प्रतीक भी बनना चाहिए।
नीतीश कुमार के इस सादगीपूर्ण और परंपरागत दिवाली उत्सव ने यह संदेश दिया कि त्योहारों का असली आनंद शांति, भक्ति और समाज के प्रति सम्मान में ही है।
