नीट यूजी-2025 की परीक्षा रविवार को देशभर में आयोजित की जाएगी। इस वर्ष यह परीक्षा अत्यधिक सुरक्षा और निगरानी के बीच कराई जा रही है ताकि पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित की जा सके। शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस बार देशभर के 500 से अधिक शहरों में 5453 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां 22.7 लाख से अधिक उम्मीदवार परीक्षा में शामिल होंगे।
बिहार के भागलपुर जिले में 14 और बांका जिले में दो केंद्रों पर यह परीक्षा आयोजित की जाएगी। इतनी बड़ी संख्या में उम्मीदवारों और केंद्रों को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने त्रिस्तरीय निगरानी व्यवस्था लागू की है। यह व्यवस्था जिला, राज्य और केंद्र स्तर पर कार्य करेगी ताकि परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोका जा सके।
इस वर्ष अधिकांश परीक्षा केंद्र सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और संस्थानों में बनाए गए हैं। इसका उद्देश्य परीक्षा की निगरानी को बेहतर बनाना और व्यवस्था को मजबूत करना है। परीक्षा से एक दिन पहले, शनिवार को, सभी केंद्रों पर मॉक ड्रिल आयोजित की गई जिससे परीक्षा आयोजन में संभावित तकनीकी या प्रशासनिक समस्याओं को पहले ही पहचाना और हल किया जा सके।
परीक्षा में अनुचित साधनों का प्रयोग रोकने के लिए शिक्षा मंत्रालय ने विशेष सतर्कता बरती है। यदि कोई उम्मीदवार अनुचित साधनों का उपयोग करता हुआ पाया जाता है, तो उसके खिलाफ न केवल परीक्षा से अयोग्यता घोषित की जाएगी, बल्कि उस पर तीन वर्षों तक नीट परीक्षा में बैठने पर प्रतिबंध भी लगाया जाएगा। इसके अलावा, केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में लागू सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 के अंतर्गत ऐसे उम्मीदवारों पर आपराधिक कार्रवाई भी की जाएगी।
यह अधिनियम परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इसके अंतर्गत अनुचित साधनों का प्रयोग न केवल शैक्षणिक अनुशासन का उल्लंघन है, बल्कि यह अब एक दंडनीय अपराध भी होगा।
शिक्षा मंत्रालय और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि परीक्षा स्वतंत्र, निष्पक्ष और विश्वासनीय तरीके से संपन्न हो। इसके लिए तकनीकी उपायों के साथ-साथ मानवीय निगरानी को भी प्राथमिकता दी गई है। अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि परीक्षा के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी या शिकायत को तुरंत सुलझाया जाए।
इस परीक्षा को सफलतापूर्वक और निष्पक्षता से कराने के लिए सभी राज्यों में प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है। उम्मीदवारों से भी अपील की गई है कि वे परीक्षा नियमों का पालन करें और किसी भी प्रकार के अनुचित प्रयास से दूर रहें। नीट यूजी-2025 न केवल लाखों छात्रों के करियर का रास्ता तय करेगी, बल्कि परीक्षा प्रणाली में सुधार और पारदर्शिता की दिशा में एक नया मानदंड भी स्थापित करेगी।