भागलपुर में आज विश्व मानवाधिकार दिवस के मौके पर राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं आरटीआई जागरूकता संगठन भारत की भागलपुर टीम ने मानवता और सेवा की अनोखी मिसाल पेश की। कड़ाके की ठंड के बीच सैकड़ों असहाय, गरीब और जरूरतमंद लोगों के बीच गर्म कंबल वितरित किए गए। संगठन की टीम ने शहर के तीन प्रमुख स्थानों—स्टेशन चौक, तिलकामांझी चौक और जीरो माइल चौक—पर पहुंचकर लोगों को ठंड से राहत पहुंचाने का प्रयास किया।
कार्यक्रम की शुरुआत स्टेशन चौक से हुई, जहां हाथ रिक्शा चालकों और राहगीरों को कंबल दिए गए। इसके बाद टीम तिलकामांझी और जीरो माइल चौक पहुंची, जहां बड़ी संख्या में गरीब, असहाय और फुटपाथ पर रहने वाले लोगों के बीच कंबल का वितरण जारी रहा। ठंड से बचाने के इस अभियान ने जरूरतमंदों के चेहरों पर मुस्कान ला दी और मानवाधिकार दिवस के असल उद्देश्य—मानवता, संवेदना और सहयोग—को सार्थक रूप से प्रदर्शित किया।
इस अवसर पर संगठन के कई पदाधिकारी उपस्थित रहे। राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं आरटीआई जागरूकता संगठन भारत के राष्ट्रीय सचिव (मीडिया प्रकोष्ठ) श्री विभूति सिंह ने कहा कि मानवाधिकार दिवस सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि समाज में समानता, न्याय और मानवता को बढ़ावा देने का संदेश है। उन्होंने कहा कि ठंड में कोई भी व्यक्ति बिना सहारे के न रहे, यही उद्देश्य लेकर यह अभियान चलाया गया है।
रोजगार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष श्री विकास कुमार ने कहा कि संगठन लगातार समाज की सेवा और अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने का काम करता रहा है। खेल प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव श्री सुबोध कुमार भारती ने कहा कि जरूरतमंदों की मदद करना ही मानवाधिकार की सबसे बड़ी भावना है।
मीडिया प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष श्री रवि कुमार ने बताया कि टीम ने पहले से तय किया था कि मानवाधिकार दिवस को केवल औपचारिक कार्यक्रम के रूप में नहीं, बल्कि वास्तविक सेवा कार्य के रूप में मनाया जाएगा। रोजगार प्रकोष्ठ जिला वरिष्ठ सचिव श्री योगेश कुमार वर्मा, गोराडीह प्रखंड अध्यक्ष श्री नवीन कुमार सिंह और महिला प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष गुंजन कुमारी ने भी कंबल वितरण में सक्रिय भूमिका निभाई।
आरटीआई प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष श्री संजीव कुमार और जिला सचिव श्री राजीव कुमार यादव ने कहा कि समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों तक मदद पहुंचाना ही संगठन का असली लक्ष्य है। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में संगठन और भी कई सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन करेगा।
कार्यक्रम के माध्यम से भागलपुर में न केवल ठंड से जूझ रहे लोगों को राहत पहुंचाई गई, बल्कि मानवाधिकार दिवस का असल संदेश—मानवता और सहानुभूति—भी जन-जन तक पहुंचाया गया।
