भागलपुर रेलवे स्टेशन पर आज एक बड़ा हादसा होने से टल गया, जब प्लेटफॉर्म संख्या 4 से प्रस्थान कर रही ट्रेन संख्या 13241 अप बांका–राजेंद्र नगर इंटरसिटी एक्सप्रेस से एक महिला यात्री नीचे गिरने से बाल–बाल बच गई। ट्रेन धीरे-धीरे आगे बढ़ रही थी तभी महिला ने चलती ट्रेन से उतरने की कोशिश की। संतुलन खोते ही उसका पैर फिसला और वह पटरी की ओर गिरने लगी। स्थिति बेहद गंभीर हो सकती थी, लेकिन मौके पर तैनात आरपीएफ हेड कॉन्स्टेबल माधव कुमार की तत्परता ने उसकी जान बचा ली।
घटना के दौरान हेड कॉन्स्टेबल माधव कुमार एस्कॉर्ट ड्यूटी पर थे। जैसे ही उन्होंने महिला को गिरते देखा, उन्होंने बिना एक पल की देर किए तेज़ी से दौड़ लगाई और महिला का हाथ मजबूती से पकड़कर उसे सुरक्षित स्थान पर खींच लिया। यह सब कुछ चंद सेकंड में हुआ और उनकी सूझबूझ, फुर्ती और बहादुरी से एक बड़ी दुर्घटना टल गई। महिला सुरक्षित थीं और उन्हें किसी प्रकार की गंभीर चोट नहीं आई। कर्तव्यनिष्ठा का परिचय देते हुए हेड कॉन्स्टेबल माधव कुमार तुरंत वापस ट्रेन में सवार हुए और अपनी ड्यूटी जारी रखी।
भागलपुर जंक्शन पर आरपीएफ जवान लगातार यात्रियों की सुरक्षा में देवदूत की भूमिका निभा रहे हैं। इससे एक दिन पूर्व भी इसी तरह का मामला सामने आया था, जब आरपीएफ कर्मियों ने एक अन्य महिला यात्री को चलती ट्रेन से गिरने से बचाया था। उस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था और लोगों ने जवानों की सराहना की थी। लगातार हो रही इन बचाव घटनाओं ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि रेलवे सुरक्षा बल यात्रियों की सुरक्षा को लेकर कितनी सतर्कता और संवेदनशीलता से कार्य करता है।
स्टेशन परिसर में मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अगर महिला पटरी पर गिर जाती तो गंभीर हादसा हो सकता था, क्योंकि ट्रेन गति पकड़ रही थी। लेकिन आरपीएफ जवान की तेजी और जिम्मेदारी ने स्थिति को बिगड़ने से पहले संभाल लिया। यात्रियों ने हेड कॉन्स्टेबल माधव कुमार की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कर्मी रेलवे की असली शान हैं, जो हर पल यात्रियों की सुरक्षा के लिए तैयार रहते हैं।
रेलवे प्रशासन की ओर से भी आरपीएफ के इस साहसिक प्रयास की सराहना की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि रेलवे सुरक्षा बल का मुख्य उद्देश्य यात्रियों की जान-माल की सुरक्षा है, और भागलपुर जंक्शन पर होने वाले लगातार सफल रेस्क्यू इस प्रतिबद्धता को स्पष्ट करते हैं।
आज की घटना ने एक बार फिर यह संदेश दिया कि सावधानी जरूरी है, लेकिन मुश्किल वक्त में आरपीएफ के जवान हर समय यात्रियों की रक्षा को तैयार रहते हैं।
