गोपालपुर। सैदपुर निवासी कृष्ण कुमार गुरुवार को गंभीर प्रशासनिक लापरवाही और न्यायिक प्रक्रिया में देरी के विरोध में अंचल कार्यालय के सामने आमरण अनशन पर बैठ गए। उनका कहना है कि लंबे समय से वे अपने मामले के निष्पादन हेतु प्रयासरत हैं, लेकिन डीसीएलआर नवगछिया द्वारा स्पष्ट आदेश जारी होने के बावजूद सीओ कार्यालय द्वारा बार-बार सिर्फ सुनवाई की तिथि बढ़ाई जा रही है, जबकि वास्तविक सुनवाई नहीं की जा रही। इस कारण उनका मामला महीनों से लंबित पड़ा है, जिससे वे मानसिक रूप से परेशान और आर्थिक रूप से प्रभावित हो रहे हैं।
कृष्ण कुमार ने बताया कि कई बार अधिकारियों से मिलकर आवेदन दिया, लेकिन कार्रवाई के नाम पर हर बार नई तिथि दे दी गई। उन्होंने कहा कि जब सिस्टम ही सुनवाई से बचता रहे तो आम आदमी न्याय कहां खोजे। इसी विवशता में अपने सहयोगियों के साथ उन्होंने अंचल कार्यालय के सामने आमरण अनशन शुरू किया है, ताकि उनकी आवाज वरीय अधिकारियों तक पहुंचे और मामले का शीघ्र निष्पादन हो सके।
अनशन स्थल पर मौजूद सैदपुर के पीयूष झा ने प्रशासनिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए कहा कि प्रखंड और अंचल कार्यालय पूरी तरह दलालों के कब्जे में है। बिना “चढ़वा” दिए कोई काम नहीं होता। आम लोगों को घंटों चक्कर काटना पड़ता है, लेकिन अधिकारी समय पर कार्यालय नहीं आते, जिससे जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए बेहद शर्मनाक है, जहां जनता के अधिकारों का हनन हो रहा है और भ्रष्टाचार खुलेआम फैला हुआ है।
पीयूष झा ने कहा कि अधिकारी समय पर कार्यालय आएं, जनता की समस्याओं को गंभीरता से सुनें, और लंबित मामलों का निष्पादन तय समय सीमा में करें, तभी ऐसी परिस्थितियों से लोगों को राहत मिलेगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कृष्ण कुमार के मामले में जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो क्षेत्र के लोग भी बड़े स्तर पर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
अनशन स्थल पर स्थानीय लोगों की भीड़ जुटती जा रही है और लोग प्रशासन से निष्पक्ष कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
कृष्ण कुमार ने स्पष्ट कहा कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, तब तक उनका आमरण अनशन जारी रहेगा।
