दानापुर से चलकर भागलपुर आ रही 13402 डाउन इंटरसिटी एक्सप्रेस में बुधवार की शाम एसी कोच संख्या सी-टू में बैठे रेल पुलिस के जवान और सीनियर टीटीई में मारपीट हुई है। जवानों ने सीनियर टीटीई की जमकर धुनाई कर दी। टीटीई ने बख्तियारपुर स्टेशन पर कोच से उतार कर पिटाई किए जाने की बात कही है। बाढ़ रेल पीपी ने मामला दर्ज नहीं किया। ट्रेन रात 9.44 बजे जमालपुर स्टेशन पहुंची। जमालपुर रेल थाना में भी मुकदमा नहीं लिया गया। टीटीई ने जमालपुर स्टेशन पर हंगामा किया।
ट्रेन खुल जाने के बाद सीनियर टीटीई सड़क मार्ग से भागलपुर गए। टीटीई ने मालदा रेल मंडल के अधिकारियों को घटना से अवगत कराया। एसी कोच में बैठे यात्रियों ने टीटीई को बचाया। सीनियर टीटीई दिनेश कुमार ने बताया कि उनकी ड्यूटी इंटरसिटी के कोच संख्या सी एक और दो में लगी थी। पटना जंक्शन से ट्रेन खुलने के बाद कोच संख्या सी-टू में टिकट की जांच कर रहे थे। कोच में बिना टिकट के वर्दी में बैठे सुनील कुमार से टिकट की मांग की तो उन्होंने धौंस दिखाना शुरू कर दिया। टीटीई ने एसी से निकलकर दूसरे कोच में जाने की बात कही। यह सुनकर वर्दी वाला पुलिस कर्मी और साथ में रहे साथी भड़क गए। कोच में ही दोनों के बीच नोकझोंक शुरू हो गई। टीटीई का कहना है कि वर्दी वाले ने फोन कर बख्तियारपुर स्टेशन पर रेल पुलिस के जवानों को बुला लिया। कोच से जबरन खींचकर पिटाई कर दी। कोच में सवार कई यात्रियाें ने बीच-बचाव किया। शिकायत आवेदन में कोच में सफर कर रहे कई घटना को लेकर यात्रियों ने नाम भी दिया।
टीटीई ने बाढ़ रेल थाना को लिखे आवेदन को दिया था, जमालपुर रेल थाना के नाम से आवेदन मांगा गया तो इन्कार कर दिया। भागलपुर से ड्यूटी लगी थी। भागलपुर रेल थाना में मुकदमा दर्ज कराने की बात कही गई है।’-सतीश कुमार, रेल थानाध्यक्ष।
खबर ये भी – सुरक्षित नहीं रहा यात्रियों का सफर
जमालपुर-किऊल रेल खंड पर इन दिनों यात्रियों का सुरक्षा भगवान भरोसे है। रेल पुलिस के लाख प्रयास के बावजूद चोर लगातार ट्रेन में बेखौफ तरीके से रात में नहीं बल्कि दिन के उजाले में यात्रियों को अपना निशाना बना रहे हैं। यात्री डरे सहमे रेल की यात्रा करने को मजबूर हैं। जमालपुर-किऊल रेल खंड पर पिछले चार माह में छह बार घटनाएं हो चुकी है। लाखों मूल्य के जेवरात,मोबाइल, नकदी व कीमती कपड़े से भरे बैग चलती ट्रेन व प्लेटफार्म से गायब हुआ है। चोरी के मामले का तो पर्दाफाश न करने में रेल पुलिस भले ही सफल नहीं हुई, पर घटना को अंजाम देने वाले शातिर चोर की पहचान कर गिरफ्तार करने में रेल थानाध्यक्ष सतीश कुमार की टीम आगे रही है।
जमालपुर-किऊल रेल खंड पर यात्रियों के साथ हो रही घटनाओं पर यात्री नरेश कुमार, संतोष कुमार, मनोज कुमार, शेखर ताती, नवीन मंडल, सुरेंद्र कुमार, अजीत कुमार व अर्चना कुमारी ने बताया कि आए दिन जमालपुर-किऊल के बीच यात्रा करते हैं। रात में तो सुरक्षित यात्रा इस वजह से करते हैं कि ट्रेन में एस्कार्ट पार्टी होती है, पर दिन में एस्कार्ट पार्टी नहीं होने के कारण अब असुरक्षित महसूस करते हैं। रेल प्रशासन को चाहिए कि यात्रियों की सुरक्षा को लेकर दिन व रात की ट्रेन में एस्कार्ट दिया जाए।
40 किमी पर है एक रेल थाना
किऊल से जमालपुर की दूरी करीब 40 किमी है। किऊल के बाद जमालपुर रेल सेक्शन के सभी स्टेशन सीधा रेल थाना जमालपुर में ही है। इस कारण बदमाशों द्वारा बेफिक्र होकर ट्रेन में आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जाता है। अभयपुर स्टेशन बड़ा स्टेशन है। यहां करीब सभी ट्रेनों का ठहराव है। इसके बाद ही न यहां रेल पुलिस का थाना नहीं है। सुरक्षा के नाम पर स्टेशन पर एक से दो जवानों की तैनात किया गया है, लेकिन जवान अपराध रोकने में नाकाफी हैं।
हाल की घटनाओं पर एक नजर -18 फरवरी को धरहरा-दशरथपुर के बीच यात्री से छिनतई -17 मई को अभयपुर के पास महिला यात्री का चेन छीना – अप्रैल में बरियारपुर रतनपुर स्टेशन के बीच जयनगर हावड़ा ट्रेन में चोरी। – मई में जमालपुर स्टेशन खड़ी इंटरसिटी ट्रेन चलने के दौरान महिला के पर्स की चोरी। -चार जुलाई कजरा धनोरी स्टेशन के बीच गया पैसेंजर में महिला के जेवरात की चोरी।
‘यात्री के सुरक्षा संरक्षा को लेकर रेल पुलिस के साथ आरपीएफ गंभीर है। इस कारण घटना में कमी आई है, पर हाल के दिनों में कुछ घटनाएं दिन के उजाले में यात्रियों कर लापरवाही के कारण हुई है। रेल थाना क्षेत्र में होने वाले अपराध को रोकने को लेकर कार्रवाई की जा रही है। बदमाशों की भी गिरफ्तारी हो रही है।’- सतीश कुमार, रेल थानाध्यक्ष।