भागलपुर में मवेशी तस्करी के खिलाफ पुलिस को बीती रात बड़ी उपलब्धि मिली है। गुप्त सूचना के आधार पर बाईपास थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो वाहनों को रोककर कुल 69 मवेशियों को बरामद किया। मौके से वाहन चालक और खलासी सहित कुल छह लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस की इस कार्रवाई से मवेशी तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है।
आज बाईपास थाना परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता में विधि-व्यवस्था डीएसपी नवनीश कुमार ने मामले की विस्तृत जानकारी दी। डीएसपी ने बताया कि पुलिस टीम को देर रात सूचना मिली थी कि कुछ तस्कर भारी संख्या में मवेशियों को अवैध रूप से परिवहन कर रहे हैं। जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी प्रभात कुमार ने तत्काल टीम गठित की और संभावित मार्गों पर नाके लगाकर वाहनों की जांच शुरू कर दी।
इसी दौरान संदेहास्पद दो वाहनों को रोका गया। जांच करने पर पाया गया कि उनमेंぎरबद्ध अवस्था में बड़ी संख्या में मवेशी ठूंसे हुए थे। पुलिस ने दोनों वाहनों को कब्जे में ले लिया और मौके से छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया। डीएसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह पूरा मामला संगठित मवेशी तस्करी गिरोह से जुड़ा प्रतीत हो रहा है। हिरासत में लिए गए आरोपियों से पूछताछ जारी है ताकि नेटवर्क के अन्य सक्रिय सदस्यों की पहचान की जा सके।
डीएसपी नवनीश कुमार ने बताया कि बरामद 69 मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है और चिकित्सकीय जांच भी कराई जा रही है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जिले में मवेशी तस्करी के खिलाफ पुलिस की मुहिम और सख्त की जाएगी। किसी भी स्तर पर संलिप्त पाए जाने वाले व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने बताया कि तस्करी का यह नेटवर्क दूसरे जिलों और राज्यों तक फैला हो सकता है, इसलिए आगे की कार्रवाई के लिए संबंधित थानों और एजेंसियों से समन्वय बनाया जा रहा है। पुलिस इस मामले में कड़ी धारा के तहत एफआईआर दर्ज कर रही है और वाहनों के मालिकों तथा संचालकों की भी पहचान की जा रही है।
डीएसपी ने कहा कि मवेशी तस्करी न सिर्फ अवैध व्यापार है बल्कि इससे पशु क्रूरता और कानून व्यवस्था की स्थिति भी प्रभावित होती है। इसलिए इस पर अंकुश लगाना पुलिस की प्राथमिकता है। उन्होंने आम लोगों से भी अपील की कि यदि कहीं मवेशियों की संदिग्ध ढुलाई दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
भागलपुर पुलिस की इस कार्रवाई से मवेशी तस्करी नेटवर्क को करारा झटका लगा है और आने वाले दिनों में इस पर और कठोर कदम उठाए जाने की संभावना है।
