दुखद खबर राजनीतिक जगत से आ रही है. बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और कद्दावर नेता रमई राम का पटना के मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया. वो पिछले कई महीनों से बीमार चल रहे थे. उनके निधन से राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर है.
पटना: पूर्व मंत्री रमई राम का पटना में इलाज के दौरान निधन हो गया है. उनका पटना के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था. रमई राम मुजफ्फरपुर के बोचहां से कई बार विधाक चुने गए थे और वे लालू और नीतीश दोनों सरकार में मंत्री पद संभाला चुके थे.हाल ही में बोचहां विधानसभा के उपचुनाव में उनकी बेटी वीआईपी पार्टी से प्रत्याशी बनी थी. रमई राम के निधन पर कई राजनेताओं ने शोक जताया है. रमई राम का जन्म 1जनवरी 1944 को हुआ था.
9 बार बोचहां से विधायक रहे थे रमई राम: रमई राम बोचहां सीट से तीन बार राजद के टिकट, एक बार जेडीयू के टिकट, दो बार जनता दल के टिकट और इसके अलावा तीन अन्य दलों के प्रत्याशी के रूप में विधायकी का चुनाव जीत चुके हैं. इसके साथ ही वह 5 बार बिहार में मंत्री भी रहे हैं. लेकिन साल 2015 और 2020 में लगातार दो बार उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा. 2015 में यहां निर्दलीय प्रत्याशी बेबी कुमारी ने इन्हें सियासी पटखनी दी तो वहीं 2020 में विकासशील इंसान पार्टी के मुसाफिर पासवान के हाथों उन्हें हार झेलनी पड़ी.