कहलगांव! गंगा का जलस्तर घटने के साथ ही प्रखंड के बिरबन्ना पंचायत के तौफिल और अंठावन गांव में गुरुवार से भीषण कटाव शुरू हो गया है। शुक्रवार को भी दिनभर भीषण कटाव जारी रहा। तेज कटाव होने की वजह से तोफिल गांव के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। तोफिल गांव से सटे उत्तर दिशा की ओर हो रहे तेज कटाव से गांव के लोग डरे सहमे नजर आ रहे हैं। ग्रामीणों को विस्थापित होने का भय सताने लगा है।
वहीं पश्चिम दिशा तौफिल और अंठावन गांव के बीच में भी भीषण कटाव जारी है। पंचायत के मुखिया पति संजय कुमार मंडल ने बताया कि शनिवार को हो रहे भीषण कटाव से प्रतीत होता है कि ऐसा कटाव जारी रहा तो 10 दिन में तोफिल पूरा गांव गंगा में विलीन हो जाएगा। बताया कि उत्तर दिशा में गांव से सटे पूर्व में जीओ बैग से तैयार किया गया तटबंध गंगा में समा गया है। उक्त जगहों पर भीतर से ही मिट्टी का कटाव होकर तीन से चार मीटर तक की भूभाग एक बार धंस कर गंगा में समा रहा है। वहीं पश्चिम दिशा की ओर मध्य विद्यालय अंठावन गांव के पास हो रहे कटाव से विद्यालय का भवन महज 25 मीटर की दूरी ही रह गई है। अंठावन में कृषि योग्य भूमि भी कटकर गंगा में समा रही है। शुक्रवार को कटाव की रफ्तार देखी जाए तो एक से दो बीघा जमीन गंगा में समा रही है। तोफिल गांव को बचाने के लिए मुखिया ललिता देवी, देवेंद्र कुमार, अनिल सिंह, अनिल मंडल, आदि ने तेजी से कटाव निरोधी कार्य किए जाने की मांग की है।
वहीं गुरुवार को सांसद अजय मंडल के क्षेत्र भ्रमण के दौरान दियारा के लोगों ने वीरबन्ना, किशनदासपुर,रानी दियारा, एकचारी, टपुआ, बटेश्वर से लेकर मोहनपुर घाट तक कटाव निरोधी कार्य कराए जाने की मांग की है।
इस संदर्भ में फ्लड कंट्रोल विभाग के भागलपुर, बांका के कार्यपालक अभियंता विनोद कुमार ने बताया कि कटाव होने की सूचना प्राप्त हुई है। उच्च अधिकारी के निर्देशानुसार फ्लड फाइटिंग का काम शुरू कराया जाएगा