भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत इस्माइलपुर बिंद टोली अवस्थित बांध क्षेत्र में आज जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने तटबंध निर्माण एवं ऊंचीकरण कार्य का निरीक्षण किया। यह निरीक्षण उस महत्वपूर्ण स्थल पर किया गया जहाँ वर्ष 2024 में गंगा नदी के तेज बहाव के कारण स्पर संख्या 7 और 8 के बीच 142 मीटर की लंबाई में तटबंध का गंभीर टूटान हुआ था। इस टूटान ने स्थानीय ग्रामीणों की सुरक्षा और कृषि भूमि को गंभीर खतरे में डाल दिया था।
इस कटाव और टूटान को देखते हुए बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, नवगछिया द्वारा प्राथमिकता के आधार पर इस स्थल पर तटबंध की मरम्मत और ऊंचीकरण कार्य की योजना बनाई गई। कार्यपालक अभियंता गौतम कुमार ने जिलाधिकारी को जानकारी देते हुए बताया कि इस परियोजना के लिए कुल 33.5 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है। कार्य विभागीय अनुमति एवं संविदा के आधार पर कराया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य के तहत अब तक मिट्टी भराई का कार्य लगभग पूर्ण किया जा चुका है। इसके बाद तटबंध को ऊंचा करने का कार्य चल रहा है, जिससे तटबंध को भविष्य में किसी भी संभावित बाढ़ या कटाव से बचाया जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि यह कार्य आगामी **15 जून 2025** तक पूर्ण कर लिया जाएगा ताकि मानसून के समय में किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से पहले सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने निर्माण स्थल पर कार्य की प्रगति का गहन अवलोकन किया। उन्होंने कार्य की गुणवत्ता और समयबद्धता पर विशेष जोर देते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि तय समयसीमा में हर हाल में कार्य पूरा किया जाए। साथ ही, कार्य में पारदर्शिता और मानक गुणवत्ता को बनाए रखने का निर्देश भी दिया।
निरीक्षण के दौरान नवगछिया अनुमंडल पदाधिकारी ऋतुराज प्रताप सिंह भी जिलाधिकारी के साथ मौजूद थे। उन्होंने भी स्थल का मुआयना करते हुए निर्माण एजेंसी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और स्थानीय ग्रामीणों से बातचीत कर उनकी समस्याओं और अपेक्षाओं की जानकारी ली।
इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य तटबंध की मजबूती सुनिश्चित करना, स्थानीय लोगों की सुरक्षा बहाल करना और आगामी बाढ़ के समय किसी भी आपदा की संभावना को न्यूनतम करना है। गौरतलब है कि इस्माइलपुर क्षेत्र गंगा के कटाव से प्रभावित क्षेत्र रहा है, जहां हर वर्ष बाढ़ की विभीषिका देखने को मिलती है। ऐसे में तटबंध की मजबूत संरचना ग्रामीणों के लिए सुरक्षा कवच का काम करेगी।
जिलाधिकारी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि तटबंध निर्माण कार्य जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने कहा, *”हमारा उद्देश्य केवल तटबंध बनाना नहीं, बल्कि लोगों के जीवन और आजीविका की रक्षा करना है। इस क्षेत्र के लोग वर्षों से कटाव और बाढ़ से पीड़ित हैं, हम उनके लिए एक स्थायी समाधान देने की दिशा में काम कर रहे हैं।”*
स्थानीय ग्रामीणों ने भी जिलाधिकारी के निरीक्षण और तत्परता की सराहना की। उन्होंने बताया कि वर्षों से तटबंध की स्थिति खराब थी, जिससे उन्हें हर साल बाढ़ के दौरान घर छोड़ना पड़ता था। अब जब प्रशासन इस दिशा में गंभीरता से कार्य कर रहा है, तो उन्हें भविष्य में सुरक्षा की उम्मीद दिखाई दे रही है।
निरीक्षण के दौरान निर्माण स्थल पर सुरक्षात्मक उपायों, मशीनरी की स्थिति, निर्माण सामग्री की गुणवत्ता तथा तकनीकी पहलुओं की भी बारीकी से समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने अधिकारियों से नियमित रूप से कार्य की निगरानी और रिपोर्टिंग सुनिश्चित करने को कहा ताकि किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी से बचा जा सके।
तटबंध के इस महत्वपूर्ण कार्य के पूरा हो जाने के बाद न केवल इस्माइलपुर बिंद टोली, बल्कि आसपास के कई गांवों को भी लाभ मिलेगा। इससे खेती योग्य भूमि की सुरक्षा, आवागमन की सुविधा तथा बाढ़ राहत प्रबंधन को भी मजबूती मिलेगी।
अंत में, जिलाधिकारी ने स्थानीय लोगों से अपील की कि वे प्रशासन के साथ सहयोग करें और कार्यस्थल पर अनावश्यक हस्तक्षेप से बचें, जिससे कार्य निर्विघ्न रूप से पूर्ण हो सके।
**निष्कर्षतः**, इस्माइलपुर बिंद टोली के तटबंध निर्माण कार्य का निरीक्षण कर जिलाधिकारी ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि प्रशासन प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सजग और संवेदनशील है तथा लोगों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। तटबंध का यह निर्माण न केवल एक संरचना है, बल्कि यह स्थानीय लोगों के लिए विश्वास और आश्वासन का प्रतीक बनकर उभरेगा।
