सहरसा: बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन मंत्री सह सहरसा जिला प्रभारी मंत्री आज पहली बार अपने प्रभार क्षेत्र सहरसा पहुँचे। मंत्री के आगमन पर स्थानीय प्रशासन द्वारा उन्हें गरिमापूर्ण **गार्ड ऑफ ऑनर** दिया गया, जिससे उनके स्वागत में सरकारी सम्मान की औपचारिकता निभाई गई।

गार्ड ऑफ ऑनर के बाद मंत्री सीधे जिले के **विकास भवन** पहुँचे, जहाँ उन्होंने जिले में चल रहे विभिन्न विकासात्मक कार्यों और योजनाओं की समीक्षा हेतु **20 सूत्री कार्यक्रम की महत्वपूर्ण बैठक** में भाग लिया। इस बैठक में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, और अन्य विभागीय पदाधिकारी मौजूद थे।

बैठक के दौरान मंत्री ने जिले के **स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, कृषि, जलापूर्ति, और अन्य बुनियादी सेवाओं** से जुड़ी योजनाओं की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी योजनाओं को तय समयसीमा के भीतर गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा किया जाए ताकि आमजन को योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ मिल सके।

मंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जहाँ भी योजनाओं में **ध्यान देने योग्य कमियाँ** पाई गईं, वहाँ संबंधित अधिकारियों को त्वरित सुधार के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि रिपोर्टों और विभागीय जवाबों को उन्होंने गंभीरता से सुना और समीक्षा की प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि बिहार सरकार विकास को **प्राथमिकता** दे रही है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि आम जनता को योजनाओं का सीधा लाभ मिले। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सरकार पूरी तरह **जनहित में प्रतिबद्ध** है और किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार या ढिलाई नहीं सहन की जाएगी।

प्रेस वार्ता के दौरान मंत्री ने राजनीतिक सवालों का जवाब देते हुए विपक्ष पर भी **तीखा हमला** बोला। उन्होंने कहा, “जब हमारी सेना ने पराक्रम दिखाया, तो विपक्ष ने **सबूत माँगा**। जब सबूत दिए गए, तब भी विपक्ष **शौर्य पर सवाल** खड़ा कर रहा है। यह न केवल सेना के मनोबल को गिराने की साजिश है, बल्कि इससे विपक्ष की **मानसिक दिवालियापन और राष्ट्र विरोधी सोच** भी उजागर होती है।”

मंत्री यहीं नहीं रुके। उन्होंने विपक्ष को ‘पागल’ करार देते हुए कहा, “जो लोग देश की सेना पर सवाल उठाते हैं, उन्हें **देशभक्ति की कोई समझ नहीं है**। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज कुछ राजनीतिक दल सिर्फ **राजनीतिक स्वार्थ** के लिए देश की अस्मिता और सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहे हैं।”

इस दौरान पत्रकारों ने जिले की कुछ स्थानीय समस्याओं जैसे जलजमाव, खराब सड़कों और बिजली कटौती जैसे मुद्दों को भी उठाया। मंत्री ने आश्वासन दिया कि इन मुद्दों पर **त्वरित कार्यवाही** की जाएगी और संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश पहले ही जारी किए जा चुके हैं।

उन्होंने बताया कि सहरसा जैसे पिछड़े माने जाने वाले जिले को सरकार **आधुनिक सुविधाओं से लैस** करने के लिए विशेष योजनाएँ बना रही है, जिनमें शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आने वाले समय में जिले में **नए अस्पताल**, **उच्चतर विद्यालय**, और **शुद्ध जल आपूर्ति परियोजनाएँ** शुरू होंगी।

कार्यक्रम के अंत में मंत्री ने अधिकारियों और जनता से अपील की कि वे एकजुट होकर विकास कार्यों में भागीदारी निभाएँ और राज्य को प्रगति की राह पर आगे बढ़ाएँ। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी को भी किसी योजना में गड़बड़ी की जानकारी हो, तो वह **निर्भीक होकर सरकार को सूचित करें**, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।

इस तरह मंत्री का पहला दौरा कार्य की समीक्षा और राजनीतिक संदेशों के साथ सहरसा जिले के लिए **महत्वपूर्ण और संदेशपूर्ण** रहा। जनता और प्रशासन दोनों को उम्मीद है कि इस दौरे से जिले के विकास को नई गति मिलेगी।

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