मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार के विकास में केंद्र सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है। राज्य सरकार के अपने प्रयासों तथा केंद्र के सहयोग से बिहार के विकास कार्यों में और तेजी आयेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2021 में भारत सरकार की ओर से सहकारिता मंत्रालय का गठन किया गया। इसके बाद से ही सहकारी क्षेत्र में काफी तेजी से काम हो रहा है और लोगों को काफी लाभ मिल रहा है। मैं इसके लिए केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह को बधाई देता हूं।
मुख्यमंत्री रविवार को सम्राट अशोक कन्वेंशन केन्द्र स्थित बापू सभागार में केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि केंद्र और राज्य सरकार के विकास कार्यों में अपना सहयोग दें। उन्होंने कहा कि अपनी पार्टी के कुछ लोगों की गलती से मैं दो बार एनडीए से अलग हो गया था। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने मुझे बिहार का मुख्यमंत्री बनाया। हम शुरू से भाजपा के साथ मिलकर राज्य का विकास कर रहे हैं और आगे भी मिल-जुल कर विकास करेंगे।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमारी सरकार 24 नवंबर 2005 को बनी थी। पहले की सरकार में बुरा हाल था। पहले लोग शाम के बाद घर से बाहर नहीं निकलते थे। समाज में काफी विवाद होता था, हिन्दू-मुस्लिम झगड़े होते थे। पढ़ाई का हाल ठीक नहीं था। इलाज का पूरा इंतजाम नहीं था। सड़कें बहुत कम थी और जो थी उनका बुरा हाल था। बिजली बहुत कम जगहों पर पहुंची थी।
सरकार बनने के बाद से जनता के लिए काम किया
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनने के बाद हम लगातार विकास के काम में लगे हुए हैं।
वर्ष 2006 से ही कब्रिस्तानों की घेराबंदी शुरू की गयी। पहले आठ हजार से ज्यादा कब्रिस्तानों की घेराबंदी की गयी। बाद में 1273 और कब्रिस्तानों को चिह्नित किया गया, जिसमें से 746 की घेराबंदी पूर्ण है। शेष भी जल्द पूरा हो जायेगा।