भागलपुर विधानसभा से भाजपा से टिकट न मिलने के बाद नाराज बिहार भाजपा मीडिया पैनलिस्ट डॉ. प्रीति शेखर ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर भागलपुर के राजनीतिक माहौल में हलचल पैदा कर दी है। इस संबंध में आज उन्होंने भागलपुर के गौशाला परिसर में शहरवासियों और समर्थकों के साथ बैठक की।
बैठक में उपस्थित लोगों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि डॉ. प्रीति शेखर चुनाव मैदान में उतरें और अपना नामांकन दाखिल करें। बैठक के दौरान समर्थकों और स्थानीय नागरिकों ने जोरदार समर्थन व्यक्त किया और डॉ. प्रीति शेखर के साथ खड़े होने का भरोसा जताया।
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में डॉ. प्रीति शेखर ने कहा, “भाजपा ने हमें टिकट नहीं दिया, लेकिन भागलपुर की जनता ने हमें टिकट दे दिया है। अब हम भागलपुर वालों के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे, क्योंकि पार्टी के टिकट से बड़ा जनता का टिकट होता है।” उन्होंने जनता के भरोसे और समर्थन के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य क्षेत्र के विकास और जनता की समस्याओं के समाधान को सुनिश्चित करना है।
डॉ. प्रीति शेखर के इस फैसले ने भागलपुर में चुनावी सरगर्मी को और तेज कर दिया है। उनका मानना है कि जनता के साथ संवाद और क्षेत्र के मुद्दों को प्राथमिकता देने से चुनाव में मजबूती मिलेगी। उन्होंने अपील की कि लोग इस चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और विकास और बेहतर शासन के लिए मतदान करें।
राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, डॉ. प्रीति शेखर का निर्दलीय रूप में चुनावी मैदान में उतरना भाजपा और अन्य राजनीतिक दलों के लिए चुनौती पेश कर सकता है। उनके इस कदम ने न केवल समर्थकों में उत्साह पैदा किया है, बल्कि आगामी चुनाव में भागलपुर विधानसभा क्षेत्र की दिशा और परिणाम पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है।
इस फैसले के साथ ही डॉ. प्रीति शेखर ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे किसी राजनीतिक दबाव के बिना केवल जनता और क्षेत्र की भलाई के लिए चुनावी संघर्ष लड़ेंगे। उनका यह कदम भागलपुर विधानसभा सीट पर आगामी चुनाव को और रोमांचक और प्रतिस्पर्धात्मक बना देगा।
