बिहार के सभी जिलों के अधिकारी फील्ड में उतरेंगे और योजनाओं की हकीकत से होगें रूबरू। आप को बता दे सीएम नीतीश कुमार के आदेश से अधिकारियों फील्ड में जाकर योजनाओं का निरीक्षण कर रहे है।7 अप्रैल को मुख्य सचिव ने इस संबंध में आदेश दिया था कि बुधवार और गुरूवार को सभी जिलों के अधिकारी फील्ड में उतरेंगे।
7 अप्रैल को मुख्य सचिव ने इस संबंध में आदेश दिया था
साथ ही जिन पंचायतों का निरीक्षण किया जाना है उसकी सूचना जिलों के डीएम को बुधवार की शाम में दिया जायेगा। राज्य स्तर से ही इसका चयन होगा, किस पंचायत में किसे जाना है वो भी तय होगा और इसकी जानकारी औचक निरीक्षण से पहले वाली शाम को डीएम को भेजी जायेगी।
चाहे स्कूल/आंगनवाड़ी केंद्र सुबह में संचालित हो रहे हैं। ऐसे में जांच अधिकारी 10 बजे तक साइट पर पहुंच जाएं। सरकार ने सभी डीएम से साफ कहा है कि निरीक्षण और रिपोर्ट की डेटा इंट्री सुनिश्चित करें। सरकार ने सभी जिलों के डीएम से कहा है कि पिछली बार के निरीक्षण में देखा गया था
निरीक्षण रिपोर्ट ऑनलाइन दर्ज करनी होगी
कि बीडीओ-सीओ पिछली बार के निरीक्षण में कार्य के प्रति गंभीर नहीं दिखे थे। लिहाजा डीएम इसकी निगरानी करें। सरकार ने कहा है कि निरीक्षण रिपोर्ट ऑनलाइन दर्ज करनी होगी, डीएम इस संबंध में नोडल अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं ।
हर घर नल का जल : योजना की स्थिति और उसका रखरखाव। टेल एंड हाउसों के निरीक्षण सहित जलापूर्ति का विवरण। अतिरिक्त पानी या पानी के रिसाव की निकासी की व्यवस्था। ग्रामीणों से फीडबैक लेकर करेगें।
घर तक पक्की नाली गली : योजना की स्थिति और उसका रखरखाव। सड़क की स्थिति,नाल के टेल एंड पर नाली और सोक पिट की स्थिति। पंचायत में प्राथमिक/माध्यमिक/हाई स्कूल: छात्रों की उपस्थिति, शिक्षकों की उपस्थिति, भवन की स्थिति, लड़कों के शौचालय, लड़कियों के शौचालय, पेयजल, बिजली, वर्दी, स्कूल की किताबें,
मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य योजना, साइकिल, पुस्तकालय , कंप्यूटर कक्ष, प्रयोगशाला, मध्याह्न भोजन, सभी सेवाओं की गुणवत्ता का निरीक्षण करने की आवश्यकता है। निरीक्षण अधिकारी कक्षा में कम से कम 20 मिनट तक बैठकर यह देखेंगे कि शिक्षक कैसे पढ़ाते हैं और छात्र कैसे पढ़ रहे हैं
अधिकारी कक्षा में कम से कम 20 मिनट तक बैठकर यह देखेंगे कि शिक्षक कैसे पढ़ाते हैं
एससी/एसटी/ओबीसी/अल्पसंख्यक छात्रावास : छात्रावास भवन, बिजली कनेक्शन, बिस्तर, शौचालय, रसोई, कंप्यूटर कक्ष, पुस्तकालय और अन्य सुविधाओं का निरीक्षण। बिजली कनेक्शन, पानी की आपूर्ति कनेक्शन।
पंचायत में स्वास्थ्य सुविधाओं का निरीक्षण चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ, आशा वर्कर, दवाइयां, उपकरण, बिस्तर, शौचालय, भवन की स्थिति, बिजली कनेक्शन, जलापूर्ति कनेक्शन की उपस्थिति। ग्रामीणों से प्रतिक्रिया लेकर तस्वीरों के साथ रिपोर्ट करेगें ।
आंगनवाड़ी केंद्र: कर्मचारियों और बच्चों की उपस्थिति, भवन, शौचालय, बिजली, पोशर कार्यक्रम, गर्भवती, कुपोषित और कम वजन के बच्चों के लिए पूरक पोषण। यूनिफ़ॉर्म, प्री-स्कूल लर्निंग और अन्य सुविधाएं। सभी वृद्धावस्था पेंशन योजनाओं के वितरण की स्थिति जानेगें ।
सबसे बड़ा म्यूटेशन, जमाबंदी, लगान रसीद, बंदोबस्त, बंदोबस्त रिकॉर्ड की डाटा एंट्री या भू-राजस्व मामले से संबंधित किसी भी मुद्दे पर कोई शिकायत का समाधान करेगें।