खलीफाबाद चौराहे पर शुक्रवार को जिला भारतीय जनता पार्टी की ओर से पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई घटना के विरोध में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पुतला दहन किया गया। यह प्रदर्शन बंगाल में लगातार हो रही हिंसा और हिन्दुओं पर अत्याचार के विरोध में आयोजित किया गया था। कार्यक्रम का नेतृत्व भाजपा जिला अध्यक्ष संतोष कुमार ने किया। इस दौरान भाजपा नेताओं ने ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा और राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए।
जिला अध्यक्ष संतोष कुमार ने ममता बनर्जी की नीतियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उनका तुष्टिकरण की राजनीति ने बंगाल को नर्क बना दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल में हिन्दू होना अब अपराध बन गया है, और यह स्थिति मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की वोट बैंक की राजनीति का परिणाम है। उन्होंने कहा कि बंगाल की भूमि, जो कभी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टि से देश की शान थी, आज हिंसा और असहिष्णुता का केंद्र बन गई है।
पूर्व जिला अध्यक्ष रोहित पांडे ने कहा कि ममता बनर्जी अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए अनर्गल बयानबाजी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश बंगाल में हो रही हिंसा और प्रशासन की निष्क्रियता को देख रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि वहां की आम जनता भय के साए में जी रही है और लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है।
जिला महामंत्री योगेश पांडे ने भी बंगाल की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि यह वही बंगाल है, जिसने रवींद्रनाथ टैगोर, सुभाष चंद्र बोस जैसे महान व्यक्तित्वों को जन्म दिया था। लेकिन आज उसी भूमि को अराजकता और हिंसा की आग में झोंक दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि चाहे पंचायत चुनाव हो या लोकसभा चुनाव, हर बार बंगाल हिंसा की चपेट में आ ही जाता है।
पुतला दहन कार्यक्रम में भाजपा के कई वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे। इनमें प्रमुख रूप से प्रदेश कार्यसमिति सदस्य पवन मिश्रा, डॉ प्रीति शेखर, राजीव मुन्ना, राजकिशोर गुप्ता, अंजना प्रकाश, देवेंद्र चौधरी, प्रणव दास, राजेश टंडन, रूपा रानी शाह, अश्वनी जोशी मौन्टी, प्राणिक वाजपेयी, अमरदीप शाह, चंदन ठाकुर, सुनीता दास, विजय सिंह, निरंजन तांती, रोशन उपाध्याय, मो गोस्वामी, मनीष साह, अमृतलाल, आशीष चंद्रवंशी, उमा भूषण सिंह, ओम प्रकाश, कुर्बान शेख समेत कई कार्यकर्ता शामिल थे।
भाजपा नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर बंगाल सरकार अपनी नीति नहीं बदलती है और वहां हो रही हिंसा पर रोक नहीं लगाई जाती, तो देशभर में ममता सरकार के खिलाफ व्यापक आंदोलन छेड़ा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा कार्यकर्ता लोकतंत्र की रक्षा के लिए अंतिम सांस तक संघर्ष करते रहेंगे।