स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना के तहत उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले चिकित्सकों व अस्पतालों के लिए आयोजित सम्मान समारोह में बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि राज्य के सभी राशनकार्डधारियों को आयुष्मान भारत जनआरोग्य योजना के तर्ज पर लाभ मिलेगा. इसके तहत बिहार की 9 करोड़ आबादी प्रतिवर्ष प्रति परिवार 5 लाख तक का इलाज कराई जाएगी.
मंगल पांडे ने जनकल्याणकारी योजना को लागू करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आभार प्रकट किया. उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य में 1.09 करोड़ परिवार इस योजना के अंतर्गत बतौर लाभार्थी भारत सरकार से सूचीबद्ध हैं, लेकिन राज्य के अंदर सभी राशनकार्डधारी इस योजना से लाभान्वित नहीं हो पा रहे हैं. फिलहाल लगभग 1.80 करोड़ परिवार हैं जो राशनकार्डधारी हैं, ऐसे में शेष बचे लगभग 70 लाख राशनकार्डधारी परिवारों को पांच लाख प्रति परिवार प्रति वर्ष देने की योजना बिहार कैबिनेट ने स्वीकृत किया है.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य में इस योजना के तहत 606 सरकारी एवं 379 गैर सरकारी अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है. साथ ही 4 लाख 11 हजार परिवारों को इस योजना के तहत अभी तक 429 करोड़ से अधिक की राशि से स्वास्थ्य लाभ दिया गया है. इतिहास गवाह है कि महामारी से लड़ते हुए हमारे चिकित्सकों ने कारोना में अपना योगदान दिया और योजनाओं को फलीभूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
मंगल पांडेय ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना अंतर्गत जरुरतमंद पात्र लाभर्थियों को निःशुल्क इलाज प्रदान करने एवं इस योजना के सफल क्रियान्वयन में अस्पतालों एवं चिकित्सकों की भूमिका अ्हम है. इस अवसर पर आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पर 66 चिकित्सकों व 5 अस्पतालों को सम्मानित किया गया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सोच है कि हम गरीबों के उपर इलाज के लिए पड़ने वाले आर्थिक बोझ को कम कर सकें.