नेपाल में बीते दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। इससे बिहार की नदियां उफान पर चली गई हैं। उत्तर बिहार की प्रमुख नदी गंडक का जलस्तर सबसे ज्यादा है।
नेपाल में हो रही भारी बारिश से बिहार में एक बार फिर बाढ़ का खतरा बन गया है। सिकटा नदी में आए पानी से पश्चिमी चंपारण जिले के सिकटा में बाढ़ आ गई है। नदी का पानी शुक्रवार सुबह कस्बे के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में घुस गया। स्कूल में लगभग दो से तीन फीट पानी प्रवेश कर गया है। वहीं, सिकटा-सिकटा गांव(उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के पीछे वाली पथ) होते रक्सौल जाने वाली पथ पर पानी चढ़ने से आवागमन बाधित है। साथ ही नदी में आई बाढ़ से इलाके के कई खेत डूब गए हैं। धान की फसल खराब होने से किसानों के सामने विकट परिस्थिति पैदा हो गई है।
नेपाल में बीते दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। इससे बिहार की नदियां उफान पर चली गई हैं। उत्तर बिहार की प्रमुख नदी गंडक का जलस्तर सबसे ज्यादा है। निचले इलाकों में अलर्ट जारी हुआ है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है। गुरुवार की शाम वाल्मीकिनगर बराज पर गंडक में 3 लाख क्यूसेक पानी का प्रवाह हो रहा था। हालांकि शुक्रवार सुबह से इसमें स्थिरता बनी हुई है। यहां नदी खतरे के निशान को पार कर चुकी है। गोपालगंज समेत कई इलाकों में भीगंडक नदी देर रात खतरे के निशान के पार हो गई। बराज पर पानी का दबाव अत्यधिक बढ़ जाने के बाद इसके सारे 36 फाटक खोल दिए गए हैं।
जल संसाधन विभाग ने पूरे उत्तर बिहार में अलर्ट जारी किया है। खतरनाक ढंग से बढ़ रही नदियों की चौकसी भी बढ़ा दी गयी है। तटबंधों की रात्रि पेट्रोलिंग का निर्देश दिया गया है। कटाव निरोधक सामग्री का भंडारण करने के साथ-साथ संवेदनशील स्थलों की मानटरिंग की जा रही है।