बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट 2022 की प्रायोगिक परीक्षा 10 जनवरी से शुरू हो रही है. ये एग्जाम 20 जनवरी तक चलेगा. बिहार बोर्ड ने इस बार प्रायोगिक परीक्षा होम सेंटर पर ही लेने का निर्देश किया है. इस बार प्रदेश भर से 10 लाख से अधिक परीक्षार्थी इस एग्जाम में शामिल होंगे. इस दौरान ये एग्जाम कई शिफ्टों में लिया जाएगा.
हर शिफ्ट के लिए परीक्षार्थियों की सूची स्कूल और कॉलेज स्तर पर तैयार की गई है. 10 दिन चलने वाली प्रायोगिक परीक्षा में विज्ञान संकाय के 5 लाख 57 हजार से अधिक छात्र हिस्सा लेंगे, वहीं तीन लाख से अधिक कला संकाय और 50 हजार के लगभग वाणिज्य संकाय में छात्र इसमें शामिल होंगे.
सभी स्कूल-कॉलेजों को प्रायोगिक परीक्षा 20 जनवरी तक खत्म करने लेना है. जिसके बाद प्रायोगिक परीक्षा का अंक संबंधित डीईओ कार्यालय के माध्यम से बोर्ड तक पहुंचाया जाएगा. प्रायोगिक परीक्षा के अंक भेजने में देरी करने वाले स्कूल पर कार्रवाई भी की जा सकती है. .ऐसे में प्रायोगिक परीक्षा को लेकर जरूरी गाइडलाइन जारी कर दी गई है:
जारी की जरूरी गाइड
राज्य में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे में स्कूलों को जरूरी गाइडलाइन जारी कर दी गई है:
एक बार में 10 से ज्यादा छात्रों को प्रयोगशाला में अंदर नहीं जा सकेंगे.
प्रयोगशाला में परीक्षा देते समय सभी छात्रों को मास्क पहनना जरूरी है.
प्रायोगिक परीक्षा के पहले सभी लैब को सेनेटाइज किया जाएगा. इसके अलावा लैब के अंदर सभी इंस्ट्रूमेंट की भी सफाई जरूरी है.
एक छात्र द्वारा प्रयोग करने के बाद संबंधित इंस्ट्रूमेंट को सेनेटाइज करने के बाद ही दूसरे छात्र का एग्जाम लिया जाएगा.
राज्य में बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले
राज्य में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 4526 नए मामले सामने आए, जिससे संक्रमण के मामले बढ़कर 7,40,377 हो गए. वहीं उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 12,311 हो गई है. स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी.