आमतौर पर आपने देखा होगा कि स्टेशनों के एंट्री पॉइंट पर सुरक्षा जांच की व्यवस्था है. बड़े स्तर के स्टेशनों पर यह सुरक्षा और चौकस होती है. लेकिन बिहार में भागलपुर ऐसा स्टेशन है, जहां इस सुरक्षा जांच की कोई जरूरत ही नहीं समझी जा रही है. यहां अपराधी आसानी से रेलवे स्टेशन में प्रवेश कर सकते हैं और कट्टा-बंदूक, बम लेकर कहीं भी आ-जा सकते हैं. रेलवे प्रशासन ने भागलपुर रेलवे स्टेशन पर अपराधियों को ये खास सुविधा दे रखी है! बीते दिनों ऐसी दो वारदात सामने भी आ चुकी हैं, जहां एक अपराधी ने कट्टे के बल पर ट्रेन में मारपीट की.
ग्रेड ए-1 श्रेणी का स्टेशन है भागलपुर
दरअसल, भागलपुर पूर्व रेलवे जोन का तीसरा सबसे कमाऊ और महत्वपूर्ण स्टेशन है. इसकी श्रेणी ग्रेड ए-1 है. बावजूद इसके यहां लगेज स्कैनर नहीं लगाया है. सुरक्षा को लेकर कई बार थ्रेट भी मिले हैं. इसके बावजूद यहां पर मेटल डिटेक्टर और सामान जांच की व्यवस्था नहीं की गई है. भागलपुर स्टेशन पर 40 से 45 हजार यात्रियों का प्रतिदिन आना-जाना होता है.
दो महीने बाद हटाया गया था मेटल डिटेक्टर
जानकारी के मुताबिक, पटना गांधी मैदान में ब्लास्ट के बाद आतंकी हमले की आशंका में यहां एक मेटल डिटेक्टर गेट लगाया गया था. हालांकि दो महीने बाद ही उसे हटा लिया गया. बीते साल नाथनगर स्टेशन पर बम रखने का मामला प्रकाश में आया और इसके बाद भागलपुर स्टेशन पर भी अलर्ट घोषित है, लेकिन सुरक्षा के लिहाज से संसाधन नहीं हैं.
2013 में स्वीकृत हुई थी योजना
भागलपुर स्टेशन पर लगेज स्कैनर लगाने की योजना 2013 में स्वीकृत भी हुई थी. तत्कालीन सिक्युरिटी कमांडेंट ने भागलपुर स्टेशन पर लगेज स्कैनर लगाने की बात कही थी. स्कैनर लगा नहीं. इससे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. इसके बाद गेट पर व्हेकिल (वाहन) स्कैनर लगाने की बात कही गई. कहा गया था कि डिविजन के सभी प्रमुख स्टेशनों पर जल्द ही व्हेकल्सि स्कैनिंग सिस्टम लगाए जाएंगे.
स्टेशन परिसर में हुई है गोलीबारी
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी निखिल चक्रवर्ती ने इस बारे में जानकारी दी थी. उन्होंने बताया था कि इस सिस्टम के तहत ऐसा गैजेट लगेगा जो स्टेशन में प्रवेश करने के समय ही पूरे वाहनों का एक्स-रे स्कैनिंग करेगा. भागलपुर स्टेशन परिसर में कई बार देसी कट्टे, चाकू छूरे के साथ अपराधी पकड़े गए हैं. स्टेशन परिसर में गोली भी चली है. अबतक डिविजन के एक मात्र स्टेशन मालदा में लगेज स्कैनर लगाया गया है. इसमें स्टेशन के प्लेटफार्म पर प्रवेश से पहले सामान की स्कैनिंग करायी जाती है
एक हफ्ते पहले भी आए मामले
हाल में दो ऐसे मामले आए जब यात्रियों की वेश में अपराधी कट्टा लेकर स्टेशन पर घुस गए. एक सप्ताह पहले अपराधी न सिर्फ कट्टा लेकर स्टेशन पर ट्रेन में चढ़ा बल्कि एक यात्री से लूटपाट के दौरान उसे गोली भी मार दी. उसके तीन दिन बाद प्लेटफार्म नंबर छह पर एक युवक को कट्टे के साथ गिरफ्तार किया गया था. इसके बावजूद व्यवस्था में सुधार हो, ऐसी कोई कवायद होती नहीं दिख रही है.