भारतीय क्रिकेट टीम के दो दिग्गज खिलाड़ी **विराट कोहली** और **रोहित शर्मा** एक बार फिर चर्चा में हैं। दोनों ही खिलाड़ी अब सिर्फ वनडे फॉर्मेट में टीम इंडिया के लिए खेलते नजर आते हैं, क्योंकि ये दोनों टी20 और टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि क्या ये दोनों सितारे **आईसीसी वर्ल्ड कप 2027** तक भारतीय टीम का हिस्सा बने रहेंगे?
इस बीच, **बीसीसीआई (BCCI)** और चयन समिति के अध्यक्ष **अजित अगरकर (Ajit Agarkar)** ने इन दोनों खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ कहा है कि अब किसी भी खिलाड़ी को “नाम या अनुभव” के आधार पर मौका नहीं मिलेगा। टीम का चयन पूरी तरह से प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक, बीसीसीआई ने विराट और रोहित दोनों को साफ निर्देश दिए हैं कि अगर वे टीम इंडिया के लिए आगे खेलना चाहते हैं, तो उन्हें **घरेलू क्रिकेट**, खासकर **विजय हजारे ट्रॉफी** में हिस्सा लेना ही होगा। बोर्ड का मानना है कि अब हर खिलाड़ी को अपनी फिटनेस और फॉर्म साबित करनी होगी — चाहे वह कितना भी अनुभवी क्यों न हो।
विजय हजारे ट्रॉफी की शुरुआत **24 दिसंबर 2025** से होने जा रही है। इसमें कुल 6 मैच खेले जाएंगे। बीसीसीआई ने दोनों खिलाड़ियों से कहा है कि वे अपनी-अपनी घरेलू टीमों के लिए कम से कम **3 से 4 मैच** जरूर खेलें। बोर्ड का कहना है कि अगर कोई खिलाड़ी फिट है और चयन के लिए उपलब्ध है, तो उसे घरेलू क्रिकेट में भाग लेना अनिवार्य होगा।
बीसीसीआई ने इन दोनों दिग्गजों के लिए साफ “**फ्यूचर प्लान**” तैयार किया है — अगर वे 2027 वर्ल्ड कप खेलना चाहते हैं, तो लगातार घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तरों पर प्रदर्शन करना होगा। किसी को भी अब “VIP ट्रीटमेंट” नहीं मिलेगा।
वहीं, अगले कुछ महीनों में तीन महत्वपूर्ण वनडे सीरीज विराट कोहली और रोहित शर्मा के भविष्य को तय करेंगी। भारत की टीम को ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज खेलनी है। इसके बाद दिसंबर में विजय हजारे ट्रॉफी भी शुरू होगी।
अगर इन तीनों सीरीज में विराट और रोहित अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उनके लिए 2027 वर्ल्ड कप तक का रास्ता खुला रहेगा।
दोनों खिलाड़ियों ने पिछले 8 महीनों में टीम इंडिया को **दो आईसीसी खिताब** दिलाए हैं — टी20 वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी। इसके बावजूद बीसीसीआई अब भविष्य की योजना बनाते हुए **युवा खिलाड़ियों** पर ज्यादा फोकस कर रही है।
हालांकि, कोहली और रोहित जैसे खिलाड़ियों के अनुभव और क्लास को नजरअंदाज करना आसान नहीं होगा। अब सबकी निगाहें इस बात पर होंगी कि क्या ये दोनों दिग्गज एक बार फिर अपने बल्ले से बीसीसीआई और फैंस का भरोसा जीत पाएंगे या नहीं।
