अग्निपथ योजना को लेकर हो रहे विरोध के बीच सेना ने साफ किया है कि अग्निपथ योजना के तहत चार साल के लिए सेनाओं में युवाओं को भर्ती करना उन सारी सिफारिशों के अनुसार है, जो समय-समय पर अलग-अलग कमेटियों ने की थीं. इस योजना के लिए सेनाओं, रक्षा मंत्रालय और सरकार ने सैकड़ों घंटे तक विचार-विमर्श किया है. साथ ही सेना ने ये जानकारी भी दी कि अग्निवीरों के लिए सेनाओं से बाहर आने के बाद नई नौकरियों के कई मौके होंगे. तीनों सेनाएं अग्निवीरों की ट्रेनिंग की तैयारी कर चुकी हैं और अब युवाओं को भर्ती की तैयारी में लग जाना चाहिए.
योजान से कम होगी सैनिकों की उम्र
डिपार्टमेंट ऑफ मिलिटरी अफेयर्स के एडिशनल सेक्रेटरी ले. जनरल अनिल पुरी ने कहा कि कारगिल कमेटी सहित कई कमेटियों ने सैनिकों की उम्र कम करने, तीनों सेनाओं में तालमेल बेहतर करने और सेनाओं के आधुनिकीकरण जैसी सिफारिशें की थीं. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद बनाना और नए हथियारों की खरीद उन्हीं सिफारिशों के आधार पर की गई हैं. सैनिकों की उम्र कम करने के लिए अग्निपथ योजना लाई गई है.
उन्होंने बताया कि अग्निवीर की भर्ती प्रक्रिया पहले जैसी ही रहेगी और रेजिमेंटों के ढांचे में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है. इस योजना से पहले सेनाओं ने आपस में 500 घंटे की 150 मीटिंग कीं और रक्षा मंत्रालय ने 150 घंटे की 60 मीटिंग कीं. सरकार ने 100 घंटे की 44 मीटिंग करने के बाद इस योजना पर मुहर लगाई है.
वायुसेना 30 दिसंबर से शुरू करेगी ट्रेनिंग
वायुसेना के एयर ऑफिसर इन-चार्ज (पर्सनल) एयर मार्शल सूरज कुमार झा ने कहा कि अग्निवीरों की ट्रेनिंग की पूरी तैयारी कर ली गई है. वायुसेना के लिए युवाओं को 24 जून से 5 जुलाई तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना है और उनके ऑनलाइन परीक्षा 24 जुलाई से 31 जुलाई तक होगी. 11 दिसंबर तक कॉललेटर आएंगे और 30 दिसंबर से ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी.
नौसेना के चीफ ऑफ पर्सनल वाइस एडमिरल डीके त्रिपाठी ने कहा कि शिपिंग मिनिस्ट्री से 20 जून को एक मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेंडिंग किया गया है जिससे नौसेना में आने वाले अग्निवीरों के लिए नई नौकरियों के मौके आएंगे. एडमिरल त्रिपाठी ने कहा कि 1 जुलाई से नौसेना के लिए अग्निवीर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू कर सकते हैं. नौसेना अक्टूबर में परीक्षाएं आयोजित करेगी और नवंबर तक अग्निवीरों का पहला बैच ट्रेनिंग के लिए चिल्का में नौसेना बेस पर पहुंच जाएगा.