नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत रंगरा थाना क्षेत्र में शराब के नशे में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किए जाने की खबर सामने आई है। गिरफ्तार आरोपित की पहचान रंगरा निवासी राधे मंडल के रूप में की गई है। यह गिरफ्तारी एक स्थानीय विवाद और मारपीट की घटना के सिलसिले में की गई, जिसमें राधे मंडल का नाम सामने आया था। पुलिस ने मानवीय और तकनीकी अनुसंधान के बाद आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
घटना की शुरुआत उस समय हुई जब रंगरा निवासी अनिल मंगल ने रंगरा थाना में आवेदन देकर शिकायत की कि उनके पड़ोसी राधे मंडल और अन्य ने उनके पुत्र के साथ मारपीट की। शिकायत में उल्लेख किया गया कि आरोपितों ने न केवल उनके पुत्र को गंभीर रूप से घायल कर दिया, बल्कि इस दौरान शराब के नशे में धुत होकर गाली-गलौज और धमकी भी दी। पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि घटना सुनियोजित थी और इसमें कई लोग शामिल थे।
शिकायत मिलने के बाद रंगरा थाना की पुलिस हरकत में आई और मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई शुरू की। पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और पीड़ित का मेडिकल परीक्षण भी कराया। मेडिकल रिपोर्ट में चोटों की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया और नामजद आरोपितों की तलाश शुरू कर दी।
मानवीय पहलुओं के साथ-साथ तकनीकी सहायता से जांच को गति दी गई। सीसीटीवी फुटेज, स्थानीय लोगों के बयान और मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने राधे मंडल को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के समय वह शराब के नशे में था, जिसकी पुष्टि मेडिकल जांच में भी हुई। पुलिस ने बताया कि शराब सेवन बिहार में पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है, और नशे की स्थिति में अपराध को अंजाम देना गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है।
राधे मंडल को थाना लाकर पूछताछ की गई, जिसमें उसने कुछ बातें कबूल की, जबकि अन्य आरोपों से इनकार किया। फिलहाल पुलिस बाकी आरोपितों की तलाश में जुटी हुई है और मामले की गहराई से जांच जारी है। पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए टीम को निर्देश दिए हैं कि घटना में शामिल सभी लोगों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि पूर्ण शराबबंदी के बावजूद लोग नशे की लत में कैसे गिरफ्त हो रहे हैं। स्थानीय प्रशासन से लोगों ने मांग की है कि शराब तस्करी और सेवन पर कड़ी निगरानी रखी जाए, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।