भागलपुर के वार्ड नंबर 46 के शीतला स्थान चौक स्थित दिनेश्वर धाम मंदिर के पास नाला निर्माण को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। स्थानीय लोगों के साथ ही अधिवक्ता सौम्या आदर्श ने ठेकेदार पर मनमानी, काम अधूरा छोड़ने और फोन पर धमकी देने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। इस संबंध में उन्होंने नगर आयुक्त और जिला पदाधिकारी को लिखित आवेदन भी सौंपा है।
अधिवक्ता सौम्या आदर्श का कहना है कि इलाके में नाला निर्माण का कार्य कई दिनों से चल रहा है, लेकिन ठेकेदार द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना के गड्ढा खोदकर काम को अधूरा छोड़ दिया गया, जिससे लोगों का आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया। आवेदन में उल्लेख किया गया है कि 9 दिसंबर को ठेकेदार ने अचानक रास्ते को खोदकर छोड़ दिया, जिसके कारण क्षेत्रवासियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। गड्ढे के बीच में पानी जमा हो गया, आसपास गंदगी फैलने लगी और वाहन एवं पैदल चलने वालों को गंभीर खतरे का सामना करना पड़ा।
सबसे गंभीर आरोप ठेकेदार द्वारा फोन पर दी गई कथित धमकी का है। अधिवक्ता सौम्या आदर्श के मुताबिक, जब उन्होंने स्थिति की जानकारी लेने के लिए ठेकेदार से बात की, तो उसने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए धमकी भरे लहजे में कहा— “जो करना हो कर लें, नाला तभी बनेगा जब मेरा मन होगा।”
उनके अनुसार, ठेकेदार की मनमानी के चलते करीब 100 मीटर आगे तक नाला निर्माण कार्य भी प्रभावित हो गया है, जिससे पूरा इलाका जलजमाव और गंदगी की समस्या से जूझ रहा है।
स्थानीय लोगों ने भी अधूरे निर्माण को लेकर नाराज़गी जताई है। उनका कहना है कि नाला अधूरा छोड़ देने से रोजमर्रा की जिंदगी अस्त-व्यस्त हो गई है और छोटे बच्चों एवं बुजुर्गों के आने-जाने तक में मुश्किलें बढ़ गई हैं।
अधिवक्ता सौम्या आदर्श ने जिला प्रशासन से मामले की निष्पक्ष जांच कराने और ठेकेदार पर कार्रवाई करते हुए नाला निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा कराने की मांग की है, ताकि जनता को राहत मिल सके।
