बिहार में नई सरकार के गठन के बाद राज्यभर में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में प्रशासन तेजी से कदम उठा रहा है। इसी संकल्प को आगे बढ़ाते हुए भागलपुर जिला पुलिस इन दिनों विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। यह प्रशिक्षण भले ही पुलिस विभाग की नियमित प्रक्रिया का हिस्सा हो, लेकिन इस बार इसमें जो ओथ (शपथ) और संकल्प शामिल किए गए हैं, उन्हें जवानों के लिए प्रेरणा, ऊर्जा और नई जिम्मेदारी का प्रतीक माना जा रहा है।

 

भागलपुर पुलिस लाइन में आयोजित इस विशेष ट्रेनिंग के दौरान जवानों को अनुशासन, कर्तव्यनिष्ठा और जनता की सुरक्षा जैसे मूल सिद्धांतों की शपथ दिलाई गई। प्रशिक्षण स्थल पर दृश्य बिल्कुल प्रेरणादायक था—जहां सैकड़ों जवान एक स्वर में यह वचन दे रहे थे कि वे बिना किसी दबाव, भय या प्रभाव के अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करेंगे और अपराध पर पूरी सख्ती से अंकुश लगाएंगे।

 

ट्रेनिंग के दौरान जवानों को केवल फिजिकल और ड्रिलिंग नहीं कराई जा रही है, बल्कि उन्हें आधुनिक पुलिसिंग से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों की व्यवहारिक जानकारी भी दी जा रही है। इनमें कानून की बारीकियां, भीड़ नियंत्रण की तकनीक, महिला सुरक्षा की रणनीति, साइबर अपराध की पहचान और रोकथाम, तथा आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई जैसे प्रमुख बिंदु शामिल हैं। साथ ही उन्हें यह भी सिखाया जा रहा है कि आम जनता के साथ संवाद कैसे हो, ताकि पुलिस और जनता के बीच भरोसे का रिश्ता और मजबूत बने।

 

ट्रेनर्स द्वारा जवानों को यह शपथ दिलाई गई कि वे किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार से दूर रहेंगे, किसी भी आपराधिक गतिविधि में शामिल नहीं होंगे और हर परिस्थिति में संविधान के अनुरूप कार्य करेंगे। अधिकारियों ने बताया कि यह संकल्प केवल औपचारिकता नहीं है, बल्कि इससे पुलिस बल के भीतर जिम्मेदारी, पारदर्शिता और संवेदनशीलता की भावना को बढ़ावा दिया जा रहा है।

 

इस मौके पर मौजूद वरीय पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि नई सरकार का इरादा साफ है—कानून-व्यवस्था से कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पुलिस ही लॉ एंड ऑर्डर की रीढ़ है। यदि पुलिस बल अनुशासित, प्रशिक्षित और नैतिक रूप से मजबूत होगा, तो अपराध अपने आप कमजोर पड़ जाएगा। इसी उद्देश्य से यह विशेष ट्रेनिंग और शपथ कार्यक्रम जिले में संचालित किया जा रहा है।

 

भागलपुर जैसे संवेदनशील जिले में इस तरह की ट्रेनिंग को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार, अपराध की रोकथाम के साथ-साथ भविष्य में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए यह प्रशिक्षण पुलिस को और भी सक्षम बनाएगा।

 

इस अनुशासनात्मक पहल से आम जनता में भी सकारात्मक संदेश गया है। लोग उम्मीद जता रहे हैं कि आने वाले दिनों में भागलपुर ही नहीं, बल्कि पूरे बिहार में अपराध पर सख्त नियंत्रण देखने को मिलेगा और पुलिस-जनता के बीच भरोसे का संबंध और मजबूत होगा।

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